ऊना: अवैध पटाखा फैक्ट्री (Una cracker factory blast) में मंगलवार को हुई दुर्घटना में मारी गई महिलाओं के शव को पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को उनके परिजनों के सौंप दिया गया है. वहीं, बुधवार को मारी गई महिलाओं के परिजनों ने फैक्ट्री के बाहर जमकर हंगामा किया और फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाी. हालांकि इस दौरान मौके पर एसआईटी की टीम भी पहुंची (SIT in Una factory blast case) थी. वहीं, जब अधिकारियों से इस संबंध में बात की गई, तो अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हुए.
वहीं, परिजनों के मौके पर पहुंचने की खबर मिलते ही एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष प्रोफेसर रामकुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों के साथ बातचीत करते हुए पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में बताया और लोगों को शांत करवाकर घर वापस भेजा दिया. नेता प्रतिपक्ष द्वारा घटना के बाद की गई बयानबाजी को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रोफेसर रामकुमार ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri on blast in cracker factory) को कोई गंभीरता से नहीं लेता है, इसलिए उनकी बयानबाजी को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद जब शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था, तो वहां पर भी कांग्रेस के कुछ नेताओं ने हंगामा करने का प्रयास किया था, जिन्हें लोगों ने मौके से खदेड़ दिया था. उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी इन परिस्थितियों में संवेदनशील रहना चाहिए और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए राजनीति करने के लिए जीवन में अनेकों अवसर आते रहेंगे.
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