ऊना: राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला ऊना इकाई ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के विरोध में आवाज बुलंद कर दी है. इसी के तहत शिक्षक संघ के नेताओं और सदस्यों ने एमसी पार्क में एकत्रित होकर सरकार की इस नीति के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र चंदेल को इस संबंध में ज्ञापन पत्र भी सौंपा गया.
प्राथमिक शिक्षक संघ जिला ऊना के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा है कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षकों से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. नए कलस्टर बनाते समय केवल प्रिंसिपलों के पदों का सशक्तिकरण किया गया, जबकि वे प्राथमिक ढांचे से पूर्णतया अनभिज्ञ हैं. प्राथमिक विद्यालय स्वयं कलस्टर के रूप में पहले से ही बढ़िया से कार्य कर रहे हैं. इन्हीं कलस्टरों का और सशक्तिकरण करने की आश्यकता है.
आंदोलन की चेतावनी
भविष्य में नई शिक्षा नीति लागू करते समय अगर प्राथमिक शिक्षक संघ को विश्वास में नहीं लिया तो प्राथमिक शिक्षक संघ धरने प्रदर्शन से पीछे नहीं हटेगा. प्राथमिक शिक्षकों का पूर्ण दरकिनार किया गया है. जो नई कमेटी गठित की गई है इसमें प्रिंसिपल ही क्लस्टर हेड बनाए गए हैं. अगर वास्तव में देखा जाए तो प्राथमिक शिक्षा से संबंधित प्रशिक्षण के आधार पर प्राथमिक शिक्षक ही प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य के लिए सक्षम हैं.
प्रधानाचार्य का प्राथमिक शिक्षा के प्रति अनुभव न के बराबर हैं. इस मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ बनाने के लिए प्राथमिक शिक्षकों को अवश्य विश्वास में लिया जाए. इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह राणा, राज्य प्रवक्ता महेश शारदा, जिला महासचिव राकेश चंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष पंकज ठाकुर, कपिल शर्मा, जगदेव सिंह जग्गी, मनोज राणा, महेश कुमार शर्मा, विजय शर्मा, कुलदीप कंग, राजीव शर्मा, राजकुमार, रंजना शर्मा, निधि, सरोज सुखवर्षा शर्मा, राजीव बेदी सहित अनेकों अध्यापक मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: ऊना में विजिलेंस की कार्रवाई: 20 हजार रिश्वत लेते हुए SBI बैंक के दो कर्मी गिरफ्तार