ऊना: पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ऊना में सरस मेले का शुभारंभ किया. 31 जनवरी तक चलने वाले इस मेले में हिस्सा लेने के लिए देश भर के 21 राज्यों के स्वयं सहायता समूह पहुंचे हैं. मेले में इन स्वयं सहायता समूहों ने बिक्री के लिए उत्पाद रखे हैं.
मेले के शुभारंभ अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने पारंपरिक कलाओं व हस्तशिल्प को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा है.
उन्होंने कहा कि आधुनिकता की दौड़ में हस्तशिल्प पीछे रह गया और इसे एक बार फिर जीवन प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना आरंभ की है, जिससे ग्रामीण परिवेश के युवाओं का कौशल विकास करने के साथ ही उन्हें स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे.
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि ग्राम कौशल योजना के तहत प्रशिक्षु को 3 हजार रुपये मिलेंगे, वहीं प्रशिक्षण प्रदान करने वाले को 1500 रुपये की राशि प्रति महीने प्रति प्रशिक्षु प्रदान की जाएगी.
इस दौरान ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कुछ स्वयं सहायता समूह बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि समर्थ ऊना कार्यक्रम के तहत लमलैहड़ी में बांस उत्पादन और बांस के उत्पाद को तैयार करने के उद्देश्य से परियोजना चलाई जा रही है.
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