ऊना: नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार द्वारा पूर्ण रूप से अनदेखी किए जाने के विरोध में संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर लिया है. वीरवार को पहले से किए गए ऐलान के मुताबिक (NHM employees protest in Una ) नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर अपने-अपने कार्य स्थल पर पहुंचे. वहीं, कर्मचारी महासंघ ने 28 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एक बार फिर अपनी मांगों के संदर्भ में मुलाकात करने का भी ऐलान कर दिया है.
हालांकि नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने 2 फरवरी को सांकेतिक हड़ताल की भी पहले से घोषणा कर रखी है. वीरवार को सभी कर्मचारी काला रिबन लगाकर अपने अपने कार्यालय पहुंचे और प्रदेश सरकार द्वारा की गई अनदेखी पर उन्होंने आक्रोश जाहिर किया. नेशनल हेल्थ मिशन कर्मचारी महासंघ के महामंत्री गुलशन शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में करीब 1700 कर्मचारी 23 सालों से बिना किसी व्यवस्था के सेवाएं दे रहे हैं.
उन्होंने बताया कि कई बार नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों ने सरकार और विभाग के समक्ष अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवाज उठाई (NHM employees demand in HP) लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को हर बार अनसूना ही किया है. उन्होंने कहा कि हालत ऐसी है कि 58 वर्ष की आयु में नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारी खाली हाथ रिटायर हो रहे हैं. कई बार सरकार को दुखड़ा सुनाने के बावजूद कर्मचारियों के हितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. यही कारण है कि आज कर्मचारियों ने विरोध का रास्ता चुना है और जब तक सरकार उनकी मांगों को सहानुभूति पूर्वक तरीके से मान नहीं लेती तब तक कर्मचारी अपना विरोध जारी रखेंगे.
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