ऊना: सदर विधानसभा क्षेत्र (Una Sadar Assembly Constituency) के एक गांव में दो परिवारों की लड़ाई अब भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी है. एक तरफ जहां बुधवार को विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने पुलिस और प्रशासन पर परिवार के साथ अन्याय करने के आरोप लगाते हुए प्रेस वार्ता की, वहीं दूसरी तरफ वीरवार को वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती (Himachal Finance Commission Chairman Satpal Satti ) सामने आए और उन्होंने दोनों परिवारों की सालों से चल रही लड़ाई के संबंध में दस्तावेज दिखाते हुए विधायक पर झूठ बोलने का आरोप जड़ डाला.
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि विधायक सतपाल रायजादा लूट और झूठ की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधायक से पहले भी यहां पर कई बड़े कांग्रेस नेता रहे, लेकिन किसी ने कभी भी इस प्रकार के षडयंत्रों की राजनीति करने की कोशिश नहीं की. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि वह दो परिवारों के बीच चल रही इस रंजिश को लेकर प्रेस वार्ता के लिए खुद के सामने आने पर भी दुर्भाग्यपूर्ण अनुभव करते हैं, लेकिन यदि वह इस प्रेस वार्ता के माध्यम से सच्चाई जनता के सामने नहीं रखेंगे तो इसका संदेश समाज में गलत जाएगा.
इस मौके पर उन्होंने विधायक पर हमला (satpal satti allegations on satpal singh raizada) तेज करते हुए उन्हें माफिया के हिमायती करार दिया और कहा कि विधायक ने आज तक कभी भी किसी भी विकास के मुद्दे पर न तो कोई धरना प्रदर्शन किया और न ही कभी आवाज उठाई. विधायक ने यदि विधानसभा में भी कोई आवाज बुलंद की तो वह रेत माफिया, शराब माफिया या फिर चोर उचक्के के खिलाफ हुई कार्रवाई को बंद करवाने के प्रयास में थी.
सदर विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में दो परिवारों के बीच चल रही लड़ाई अब भाजपा और कांग्रेस के बीच की लड़ाई बन चुकी है. विधायक सतपाल सिंह रायजादा (Una sadar mla satpal singh raizada) द्वारा ऐसे दो परिवारों की लड़ाई को लेकर प्रदेश की सरकार और पुलिस पर ताबड़तोड़ आरोप लगाए जाने के महज 24 घंटे के भीतर वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती सामने आए और उन्होंने विधायक के आरोपों को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए दस्तावेज तक दिखा डालें.
हालांकि इस दौरान सतपाल सिंह सत्ती ने यह कहा कि दो परिवारों और विशेष रूप से किसी महिला के मामले में प्रेस वार्ता करते हुए वह खुद भी सहज नहीं है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी मामले के चलते एक पार्टी राजनीति कर रही है तो दूसरी पार्टी को सच का आईना दिखाने के लिए सामने आना पड़ रहा है. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि 2 परिवारों के बीच चल रही इस लड़ाई को लेकर विधायक द्वारा कोर्ट के माध्यम से एफ आई आर दर्ज होने की बात कही गई है, लेकिन वर्ष 2019 में जिस दिन यह लड़ाई इन दोनों परिवारों के बीच हुई थी. उसी दिन पुलिस ने कानून सम्मत कार्रवाई अमल में लाते हुए आरोपी परिवार के खिलाफ केस दर्ज किया था.
अब दूसरे परिवार ने महिला पर चोरी का आरोप लगाया जिस की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई, तो ऐसे में पुलिस के पास मामला पहुंचने पर एफआईआर दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि भाजपा पर इस मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया गया जिसके चलते उन्हें प्रेस वार्ता करने के लिए सामने आना पड़ा, लेकिन विधायक द्वारा लगाए गए तमाम आरोप निराधार और केवल मात्र झूठ का पुलिंदा है.
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि यह इससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधायक चुने जाने के बाद सतपाल सिंह रायजादा ने कभी भी किसी भी विकासात्मक मुद्दे को लेकर आवाज नहीं उठाई. उल्टा वो हिमाचल प्रदेश के पहले ऐसे विधायक भी बने जो अपने ही विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों को रुकवाने के लिए विधानसभा में आवाज उठाते रहे.
उन्होंने विधायक पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाला जनता द्वारा चुना गया प्रतिनिधि केवल मात्र माफिया की आवाज (Illegal Mining Mafia in Una ) बनकर काम कर रहा है. कभी रेत चोरी करने वालों के लिए अधिकारियों को डराया धमकाया जाता है, कभी शराब माफिया को बचाने वाले अपने स्टाफ के फेवर में विधानसभा में शोर-शराबा किया जाता है, लेकिन विधायक ने कभी भी किसी भी विकासात्मक मुद्दे को लेकर न तो विधानसभा के अंदर और न बाहर कभी आवाज उठाई.