ऊनाः हिमाचल प्रदेश विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष व सदस्य पंडित राम नाथ शर्मा का मंगलवार को चंडीगढ़ में निधन हो गया. 76 वर्षीय पंडित रामनाथ शर्मा गंभीर बीमारी के चलते 28 अगस्त से चंडीगढ़ के सेक्टर-32 के अस्पताल में उपचाराधीन थे. उन्होंने मंगलवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब अंतिम सांस ली.
गौरतलब है कि पंडित रामनाथ शर्मा दो बार विधानसभा के सदस्य रहे. इस दौरान एक दफा विधानसभा के उपाध्यक्ष के पद पर भी विराजमान हुए. वह सबसे पहले जनता दल के विधायक थे. इसके बाद कांग्रेस में शामिल होकर 1984-85 में कांग्रेस की ओर से विधानसभा के सदस्य बने. वे कांग्रेस शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी होने के कारण लघु बचत योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे.
पंडित राम नाथ शर्मा ने एक दफा कुटलैहड़ से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इसमें उनको हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने पंडित सुखराम की हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन करके फिर सक्रिय राजनीति में कदम रखा था. बाद में हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी का भाजपा में विलय हो जाने पर रामनाथ शर्मा ने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
इसके बाद वे कांग्रेस का टिकट हासिल करने में भी कामयाब रहे थे, लेकिन उनको जीत नहीं मिल पाई थी. वर्तमान में उनके पुत्र विवेक शर्मा भी कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके हैं.
ये भी पढ़ें- CM जयराम ठाकुर का विपक्ष पर निशाना, बोलेः सुर्खियों के लिए किया जा रहा वॉकआउट
ये भी पढ़ें- सदन में एजेंडे न लगने पर स्पीकर के चेंबर के बाहर धरने पर बैठा विपक्ष, लगाए ये आरोप