ऊना: श्रावण माह के पहले और ज्येष्ठ सोमवार (First Monday of Shravan month) को ऊना जिला के शिवालयों में भगवान शंकर का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु लंबी कतारों में डटे रहें. प्राचीन शिव मंदिरों (Shiv Temple in UNA) में तो तड़के से ही भक्तों की लाइन में लगना शुरू हो गई थी. श्रावण माह को भगवान शिव का विशेष महत्व समझा जाता है और इस महीने में भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने का भी विशेष महत्व बताया गया है. इस दौरान भगवान शंकर के भक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारों से तमाम धार्मिक स्थलों को गुंजायमान रखा.
जिला मुख्यालय के नजदीक पांडव काल के प्राचीन महादेव मंदिर में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो गया था. श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर जहां शिवलिंग का जलाभिषेक किया. वहीं मंदिर परिसर में स्थापित 81 फीट ऊंची भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा पर भी शीश निवाया. प्राचीन महादेव मंदिर आश्रम अधिष्ठाता स्वामी मंगलानंद महाराज के सानिध्य में श्रावण माह के उपलक्ष्य में विशेष मेले का आयोजन किया जा रहा है.
महादेव मंदिर में श्रावण माह के उपलक्ष में जहां विशेष पूजा अर्चना की जा रही है. वहीं अनवरत भंडारे का भी श्रद्धालुओं के लिए आयोजन किया गया है. मंदिर के महंत स्वामी मंगलानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रावण माह की शुभकामनाएं देते हुए उनके मंगल की कामना की. उन्होंने कहा कि भगवान शंकर की दी हुई शिक्षाओं को जीवन में आत्मसात करते हुए परोपकार की भावना से पीड़ित मानवता की सेवा करें. सत्य सनातन धर्म की मजबूती के लिए सभ्यता और संस्कृति को संजोए.
मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने श्रावण मास में भगवान शंकर और शिव परिवार की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व बताया (Sawan Somwar Vrat 2022) है. महादेव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए पहुंचे हरिओम गुप्ता और अविनाश कपिला ने कहा कि वह सालों से महादेव मंदिर में आ रहे हैं. श्रावण माह भगवान शिव का विशेष महीना माना जाता है और इस माह में भगवान शंकर की पूजा अर्चना का धार्मिक ग्रंथों में भी विशेष महत्व बताया गया है.
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