ऊनाः प्रदेश में मानसून अपनी दस्तक दे चुका है. जिला की स्वां नदी और खड्डों में सैकड़ों प्रवासियों ने अपना डेरा जमाया हुआ है. प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोकर किसी बड़े हादसे होने का इंतजार कर रहा है. जिला प्रशासन का दावा है कि कुछ एक स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए हैं और इस मामले को लेकर एक बैठक कर अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं.
बता दें कि ऊना की मुख्य स्वां नदी और खड्डों में आज भी सैंकड़ों लोग झुग्गी झोपड़ियां लगाए हुए हैं. बरसात में जब ऊना के खड्डों में पानी आता है तो स्वां नदी भी पूरे उफान पर होती है. इससे नदी के अंदर बने प्रवासियों के आशियाने तिनकों की तरह बह जाते हैं. प्रशासन ने स्वां नदी के किनारों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं.
लोगों का कहना है कि गरीबी होने के कारण वहां पर रहने के लिए मजबूर हैं. उनका कहना कि वे अपनी जान हथेली पर रख कर वहां रह रहे है, चूंकि इसके अलावा उनके पास और कोई रास्ता नहीं है.
वहीं, डीसी ऊना संदीप कुमार का कहना कि जिला के अधिकारीयों को इस संबंध में एक बैठक कर झुग्गियों को वहां से हटाने और नदी से बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि बरसात में पानी भर जाने से कोई बड़ा हादसा न हो.
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