ऊनाः उत्तर प्रदेश के हाथपस में युवती के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ देशभर आक्रोश चरम पर है. इसे लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से जगह-जगह रोष प्रदर्शन किए जा रहे हैं. जिला ऊना में भी छात्र संगठनों ने कैंडल मार्च निकाल कर विरोध जताया और सरकार से महिला हिंसा की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की.
हाथरस और बलरामपुर पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए ऊना में एबीवीपी और एनएसयूआई ने अलग-अलग कैंडल मार्च निकाला. एबीवीपी के छात्र नेता ने कहा कि ऐसी घटनाओं में न्याय दिलाने में शीघ्रता लाई जानी चाहिए. ऐसी संकीर्ण मानसिकता हमारे समाज के लिए एक धब्बा है. विद्यार्थी परिषद ऐसी घटनाओं की निंदा करती है. इस तरह के मानसिकता रखने वाले दरिंदों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की एबीवीपी ने मांग की.
वहीं, एनएसयूआई ने भी कैंडल मार्च निकाल कर हाथरास कांड़ में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. एनएसयूआई के छात्र नेता ने कहा कि यूपी सरकार ने इस मामले में लापरवाही बरती है. इस दौरान उन्होंने चेताया कि यदि जल्द ही इस मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई नहीं की गई तो एनएसयूआई देशभर में उग्र आंदोलन करेगी.
एनएसयूआई का आरोप है कि योगी सरकार ने पीड़िता को सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया. पीड़िता को ऐम्स भेजने के लिए 12 दिनों का समय लिया क्यों लिया गया इस पर भी सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि पीड़िता के शव को रात में जलाने पर भी सवाल खड़े किए है. इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा सुनाई जाए.
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