ऊना: प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं का अभिन्न अंग बन चुकी 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में सालों से कार्यरत कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटकती नजर आ रही है. दरअसल, इस एंबुलेंस सेवा को अब जीवीके कंपनी के बाद नई कंपनी (108 service workers in Una) टेकओवर कर रही है. ऐसे में एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों को भी ऑफर लेटर दिए गए.
10 सालों तक काम करने वाली ईएमटी ज्योति का कहना है कि एंबुलेंस सेवाओं में डीसी राघव शर्मा द्वारा भी हाल ही में उन्हें पुरस्कृत किया गया था. इतना ही नहीं उन्होंने कर्तव्य निर्वहन में कभी भी कोताही नहीं बरती, लेकिन अब नई कंपनी द्वारा एंबुलेंस सेवा का चार्ज संभालने के बाद जिले के 7 फार्मासिस्ट और 2 पायलट को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया है.
उन्होंने कंपनी के इस व्यवहार पर हैरानी जताई है. उत्कृष्ट सेवाओं का सम्मान प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को एकाएक नौकरी से बाहर कर दिया जाना, खुद उनकी और अन्य कर्मचारियों की भी समझ से परे (108 company fired employees in una) होता जा रहा है. इन कर्मचारियों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है कि कंपनी प्रबंधन से बात करते हुए मसले का हल निकाला जाए. उन्होंने कहा कि नौकरी चले जाने के कारण उनके परिवारों का पालन पोषण भी मुश्किल हो जाएगा.
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