सोलन: हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में वीडियो ओर फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बाकायदा अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल में इसके बड़े बोर्ड चिपका दिए हैं. जिसमें साफ तौर पर अस्पताल में किसी भी प्रकार की फोटोग्राफी और वीडियो बनाने की मनाही है. इस पर शहर में लोगों की कई तरह प्रतिकियाएं देखने को मिल रही हैं. विशेषज्ञों की मानें तो सोलन अस्पताल में कई बार सोशल प्लेटफॉर्म पर लोग अवस्थाओं का आलम या अन्य समस्याओं को लोगों के सामने उजागर कर देते हैं. वहीं, अस्पताल में लगे बोर्ड चर्चा का विषय बन चुके हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश: वहीं, अस्पताल में लगाए (regional hospital Solan) गए इस तरह के बोर्ड को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से किसी भी अस्पताल को लेकर इस तरह के बोर्ड लगाने के निर्देश नहीं दिए गए हैं यदि ऐसा हुआ है तो उसकी जांच की जाएगी. वहीं, अधिकारी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस ने उठाए सवाल: वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमन सेठी (photography banned in regional hospital) ने भी अस्पताल में लगाए गए बोर्ड को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल में ऐसी कौन सी गतिविधियां हो रही हैं, जिन्हें छुपाने का प्रयास करने के लिए वहां पर इस तरह के बोर्ड लगाए गए हैं.
कई मामले आ चुके हैं सामने: अस्पताल में कई बार डॉक्टरों पर शराब (Video and photography banned) के नशे और मरीज के साथ बदसलूकी करने के आरोप सोशल प्लेटफॉर्म पर कई बार वायरल हुए हैं. अस्पताल प्रबंधन इससे नाखुश रहा है. यही वजह है की प्रबंधन ने अपने स्तर पर तुगलकी फरमान जारी करते हुए अस्पताल में किसी भी प्रकार की फोटो ओर वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में अब किसी भी प्रकार की फोटो और वीडियो अस्पताल में मरीज और तीमारदार नहीं बना पाएंगे. हालांकि सरकार और विभाग की ओर से ऐसी कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं हुई है. ऐसे में सवाल उठ रहे है कि आखिर अस्पताल प्रबंधन ने किस आधार पर ऐसे फरमान जारी कर दिए.
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