बद्दी: जिला सोलन के उपमंडल नालागढ़ में हाल ही में महादेव गौशाला के पास लगाया डंगा बह गया है, जिससे निर्माण सामग्री को लेकर ठेकेदार पर सवाल उठ रहे हैं. गौशाला कमेटी ने भी प्रदेश सरकार और प्रशासन से इस डंगे की गुणवत्ता की जांच की मांग उठाई है.
दरअसल, नालागढ़ के स्वारघाट रोड पर महादेव गौशाला के साथ लगती महादेव खंड में पिछले वर्ष तेज बारिश के चलते गौशाला के साथ लगती काफी जमीन नदी में बह गई थी. गौशाला कमेटी के लोगों ने प्रदेश सरकार से गौशाला में रह रहे तकरीबन 700 गोवंश को बचाने के लिए प्रदेश सरकार से डंगा लगाने की मांग उठाई थी.
इसी साल जून महीने में नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने प्रदेश सरकार से 50 लाख रुपये की राशि डंगे के लिए बीबीएनडीए के माध्यम से स्वीकृत करवाई थी, जिसमें से पूर्व विधायक ने 27 लाख 76 हजार रुपये गौशाला कमेटी को डंगा लगाने के लिए दे दी थी.
जून महीने में ही इस डंगे का विधि पूर्वक पूजा अर्चना करके काम को शुरू करवाया गया था, जिसके बाद लगभग 35 फीट के आसपास का डंगा ठेकेदार ने लगाया था. डंगे में सही मात्रा में सामग्री ना लगने के चलते हाल ही में हुई तेज बारिश के कारण डंगा नदी में बह गया. जिसके बाद सोमवार को बीबीएनडीए के डिप्टी सीईओ ने मौके का जायजा भी लिया. इस दौरान जब मीडिया ने उनसे डंगे की गुणवत्ता के बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के आगे बोलने से सख्त मना कर दिया.
वहीं, गौशाला कमेटी के सेवादारों का कहना है कि ठेकेदार ने घटिया माल का इस्तेमाल किया जिसके चलते यह डंगा बह गया है. उन्होंने प्रशासन और प्रदेश सरकार से इस डंगे की गुणवत्ता की जांच की मांग उठाई है. वहीं, अब ये देखने वाली बात है कि बीबीएनडीए प्रशासन द्वारा डंगे को लगा रहे ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई अमल में लाती है.
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