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कभी भी लुढ़क सकती है साधुपुल नाले में फंसी चट्टानें, प्रशासन ने इलाके को खाली करने के दिए आदेश - Solan

कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से साधुपुल इलाके में चट्टान खिसकने का खतरा बढ़ गया है. सर्कल पटवारी की रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने इलाके को खाली करने का फैसला लिया है. ताकि जान-माल का कोई खतरा न हो.

Risk of rock rolling in Sadhupul Solan
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Published : Jul 19, 2019, 12:56 PM IST

सोलन: पर्यटन नगरी चायल से कुछ दूरी पर स्थित साधुपुल इलाके में बने होटल और घरों को खाली करवाने के आदेश जिला प्रशासन ने जारी कर दिए हैं. यहां पर बने भवन कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं. प्रशासन के नोटिस मिलने के बाद लोगों ने अपने घरों से सामान समेटा शुरू कर दिया है.

भारी बारिश के कारण साधुपुल नाले का पानी और पहाड़ से गिरा मलबा लोगों के घरों में आ गया था. जिससे करीब 30 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. नाले के पानी और मलबे की चपेट में होटल का एक कर्मचारी आ गया था. जिसका उपचार शिमला अस्पताल में चल रहा है. जबकि दिल्ली के पर्यटक की कार मलबे के कारण करीब 40 फुट गहरी खाई में जा गिरी थी.

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साधुपुल में बने इस नाले का निरीक्षण करने सर्कल पटवारी ने इलाके में हुई तबाही की रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी है. रिपोर्ट में यह जिक्र किया गया है कि नाले में बड़े-बड़े पत्थर की कई चट्टानें फंसी हैं जो कभी भी पानी के तेज बहाव के चलते नीचे लुढ़क सकती है. पटवारी की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने इलाके में मौजूद होटल और घरों को खाली करने का आदेश जारी किया है.

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मामले में एसडीएम संजीव धीमान ने कहा कि साधुपुल में घरों व होटलों को खाली करने को लेकर नोटिस चस्पा की गई है. ताकि जान और माल का कोई नुकसान न हो. साथ ही नाले में फंसे पत्थरों को तोड़ने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है.

सोलन: पर्यटन नगरी चायल से कुछ दूरी पर स्थित साधुपुल इलाके में बने होटल और घरों को खाली करवाने के आदेश जिला प्रशासन ने जारी कर दिए हैं. यहां पर बने भवन कभी भी ध्वस्त हो सकते हैं. प्रशासन के नोटिस मिलने के बाद लोगों ने अपने घरों से सामान समेटा शुरू कर दिया है.

भारी बारिश के कारण साधुपुल नाले का पानी और पहाड़ से गिरा मलबा लोगों के घरों में आ गया था. जिससे करीब 30 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. नाले के पानी और मलबे की चपेट में होटल का एक कर्मचारी आ गया था. जिसका उपचार शिमला अस्पताल में चल रहा है. जबकि दिल्ली के पर्यटक की कार मलबे के कारण करीब 40 फुट गहरी खाई में जा गिरी थी.

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साधुपुल में बने इस नाले का निरीक्षण करने सर्कल पटवारी ने इलाके में हुई तबाही की रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी है. रिपोर्ट में यह जिक्र किया गया है कि नाले में बड़े-बड़े पत्थर की कई चट्टानें फंसी हैं जो कभी भी पानी के तेज बहाव के चलते नीचे लुढ़क सकती है. पटवारी की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने इलाके में मौजूद होटल और घरों को खाली करने का आदेश जारी किया है.

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मामले में एसडीएम संजीव धीमान ने कहा कि साधुपुल में घरों व होटलों को खाली करने को लेकर नोटिस चस्पा की गई है. ताकि जान और माल का कोई नुकसान न हो. साथ ही नाले में फंसे पत्थरों को तोड़ने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है.

Intro:साधुपुल नाले में फंसी बड़ी चट्टान कभी भी कर सकती है नुकसान, घरों व होटलों को खाली करने के लिए आदेश पारित


पर्यटन नगरी चायल से कुछ दूरी पर स्थित साधुपुल क्षेत्र में बने होटल व घर को खाली करवाने के आदेश जिला प्रशासन ने जारी कर दिए है। यहां पर बने भवन कभी भी ध्वस्त हो सकते है। प्रशासन के नोटिस मिलने के बाद लोगों ने अपने घरों से सामान समेटा शुरू कर दिया हैBody:
गौर रहे कि बरसात में यहां पर दो बारी साधुपुल नाले में भारी पानी व मलवा निकल कर लोगों के घरों में घूस गया था। जिससे करीब 30 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। इस नाले में भारी पानी व मलवे में होटल का एक कर्मचारी भी इस कि चपेट में आ गया था जिसका उपचार शिमला अस्पताल में चल रहा है। जबकि एक दिल्ली के वाहन को इस मलवे ने 40 फुट गहरी खाई में फेंक दिया था इस दौरान पांच युवकों की जान जाने से बच गई थी। साधुपुल में बने इस नाले का निरीक्षण करने के बाद सर्कल पटवारी ने प्रशासन को रिपोर्ट सौपी है कि इस नाले में बड़ी बड़ी पत्थर की कई शिलाएं फंसी हुई है जो कभी भी तेज पानी के बहाव के चलते नीचे की ओर लुढ़क सकती है। यदि ये पत्थर की शिलाएं नीचे की ओर लुढ़कती है तो नाले के साथ बने घरों सहित साधुपुल में होटलों व घरों को अपनी चपेट में ले लेगा।Conclusion:सर्कल पटवारी ने इस नाले का निरीक्षण करने के बाद यहां की वास्तविक स्थिति को लेकर रिपोर्ट तैयार करके प्रशासन को सौंपी थी। जिसके बाद होटलों व घरों को खाली करने के निर्देश जारी किए गए है।

मामले में एसडीएम संजीव धीमान ने कहा कि साधुपुल में घरों व होटलो को खाली करने को लेकर साधुपुल में नोटिस चस्पा दिए गए है। ताकि साधुपुल को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। प्रशासन द्वारा नाले में फंसी पत्थरों की बड़ी शिलाओं को तोडऩे को लेकर रणनीति बनाई जा रही है।

फ़ाइल फ़ोटो+वीडियो:-पिछले दिनों हुई बारिश के कारण साधुपुल में नुकसान
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