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यहां हवा में फैल रहा जहरीला धुआं, ना सुन रही सीमेंट कम्पनी, ना सुन रहा प्रशासन

दाड़लाघाट में सीमेंट कंपनी उद्योग से निकल रहे धुएं के कारण लोगों का जीना मुशकिल हो गया है. लोगों का कहना है कि अर्की में आयोजित जनमंच में भी उठाया गया था, लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी समस्या हल नहीं हो पाई है.

heavy pollution in solan
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Published : Feb 25, 2020, 5:45 PM IST

सोलनः सीमेंट कंपनी उद्योग से निकल रहे धुएं के कारण वहां के स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है, पिछले 2 वर्षों से स्थानीय लोगों को जहरीले धुएं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की माने तो उन्हें धुएं में जीवनयापन करना बड़ा मुश्किल हो चुका है.

कई गंभीर बीमारियों ने लोगों को घेरना शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि अर्की में आयोजित जनमंच में भी इस मुद्दे को मंत्री सरवीण चौधरी के सामने उठाया गया था, इसके बाद मंत्री ने इसके बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिए थे लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी समस्या हल नहीं हो पाई है.

वीडियो.

वहीं, बीते दिनों हुए जिला परिषद की बैठक में भी अर्की से जिला परिषद के सदस्य रामकृष्ण शर्मा ने अधिकारियों पर अंबुजा सीमेंट कंपनी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को दरकिनार करते हुए अंबुजा सीमेंट कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस कार्य को पूरा नहीं करना चाहते हैं.

उन्होंने प्लांट से निकल रहे धुएं व धूल की और वीडियो दिखाते हुए इस और सबका ध्यान खींचा. वहीं, बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि अम्बुजा कंपनी में प्रदूषण को मापने वाले आधुनिक यन्त्र लगाए गए हैं.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दावे पर सवाल

इस पर रामकृष्ण शर्मा ने बैठक मे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इस दावे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आसपास के गांव में प्रदूषण मापने को जो यन्त्र लगाए हुए थे उन्हें ही हटा दिया गया है. जो यंत्र लगाए हैं उनकी तो उन्हें कोई जानकारी नही हैं. इसकी रिपोर्ट के बारे में लोगों को भी नहीं बताया जा रहा है.

प्रदूषण से इलाके में फैल रही बीमारियां

रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी और अंबुजा सीमेंट कंपनी के बीच सांठगांठ के कारण लोगों को प्रदूषण भरे धुएं के बीच 2 सालों से रहने को मजबूर होना पड़ रहा है जिसके कारण वहां लोगों का जीवन बसर मुश्किल होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस धुएं से लोगों को कई गंभीर बीमारियां भी होती जा रही हैं लेकिन ना तो प्रशासन इसकी तरफ ध्यान दे रहा है और ना ही अंबुजा सीमेंट कंपनी.

उन्होंने प्रदेश सरकार से इसकी तरफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि जल्द से जल्द इस समस्या का निपटारा किया जाए ताकि वहां के लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार का इस्तीफा, विधानसभा अध्यक्ष के लिए भरा नामांकन

सोलनः सीमेंट कंपनी उद्योग से निकल रहे धुएं के कारण वहां के स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है, पिछले 2 वर्षों से स्थानीय लोगों को जहरीले धुएं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की माने तो उन्हें धुएं में जीवनयापन करना बड़ा मुश्किल हो चुका है.

कई गंभीर बीमारियों ने लोगों को घेरना शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि अर्की में आयोजित जनमंच में भी इस मुद्दे को मंत्री सरवीण चौधरी के सामने उठाया गया था, इसके बाद मंत्री ने इसके बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिए थे लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी समस्या हल नहीं हो पाई है.

वीडियो.

वहीं, बीते दिनों हुए जिला परिषद की बैठक में भी अर्की से जिला परिषद के सदस्य रामकृष्ण शर्मा ने अधिकारियों पर अंबुजा सीमेंट कंपनी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता को दरकिनार करते हुए अंबुजा सीमेंट कंपनी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस कार्य को पूरा नहीं करना चाहते हैं.

उन्होंने प्लांट से निकल रहे धुएं व धूल की और वीडियो दिखाते हुए इस और सबका ध्यान खींचा. वहीं, बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि अम्बुजा कंपनी में प्रदूषण को मापने वाले आधुनिक यन्त्र लगाए गए हैं.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दावे पर सवाल

इस पर रामकृष्ण शर्मा ने बैठक मे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इस दावे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आसपास के गांव में प्रदूषण मापने को जो यन्त्र लगाए हुए थे उन्हें ही हटा दिया गया है. जो यंत्र लगाए हैं उनकी तो उन्हें कोई जानकारी नही हैं. इसकी रिपोर्ट के बारे में लोगों को भी नहीं बताया जा रहा है.

प्रदूषण से इलाके में फैल रही बीमारियां

रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी और अंबुजा सीमेंट कंपनी के बीच सांठगांठ के कारण लोगों को प्रदूषण भरे धुएं के बीच 2 सालों से रहने को मजबूर होना पड़ रहा है जिसके कारण वहां लोगों का जीवन बसर मुश्किल होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस धुएं से लोगों को कई गंभीर बीमारियां भी होती जा रही हैं लेकिन ना तो प्रशासन इसकी तरफ ध्यान दे रहा है और ना ही अंबुजा सीमेंट कंपनी.

उन्होंने प्रदेश सरकार से इसकी तरफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि जल्द से जल्द इस समस्या का निपटारा किया जाए ताकि वहां के लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके.

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