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रिश्वत नहीं देने पर सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निकाला, CM हेल्पलाइन पर शिकायत

औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के शीतलपुर स्थित भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड के कंटेनर डिपो में कार्यरत सिक्योरिटी कर्मचारी ने विभाग के अधिकारियों पर नौकरी के नाम पर पैसे लेने के लगाए आरोप हैं. इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की है. डिपो में कंटेनर लेकर आने वाले ड्राइवर्स ने भी अधिकारी पर सुविधाएं ना देने के लगाए आरोप लगाए हैं.

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फोटो.
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Published : Jul 2, 2021, 11:52 AM IST

बद्दी/सोलन: फार्मा हब बद्दी के शीतलपुर स्थित भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड के कंटेनर डिपो में बाहरी राज्यों के ठेकेदारों के जरिए लगाए गए कर्मचारियों के साथ शोषण और नौकरी के एवज में स्थानीय युवकों से मोटी रकम मांगने का आरोप लगा है. यह आरोप डिपो के क्लर्क पर लगे हैं.

झाड़माजरी निवासी युवक राजेश कुमार ने इस पूरे मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई है. युवक का कहना है कि वह पिछले 2 महीने से एवरेस्ट सिक्योरिटी की तरफ से डिपो में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था. जब वह नौकरी के लिए बद्दी ऑफिस में गया तो वहां के क्लर्क द्वारा उससे नौकरी लगवाने के लिए 20 हजार मांगे गए थे.

वीडियो रिपोर्ट.

बाकी पैसे नहीं देने पर नौकरी से निकाला

राजेश का आरोप है कि उसने जैसे-तैसे 10 हजार इकट्ठा कर अधिकारी को दिए, जिसके बाद उसे नौकरी पर रख लिया गया था, लेकिन जब अधिकारी द्वारा बचे हुए 10 हजार के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया. बाकी पैसा नहीं दिए जाने की हालत में उसे सिक्योरिटी एजेंसी निकालने को बोल दिया गया.

डिपो के अधिकारियों पर पैसे मांगने का आरोप

युवक ने प्रदेश सरकार से और प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और साथ ही डिपो में कार्यरत जितने भी कर्मचारी हैं, उनकी नियुक्ति की जांच होनी चाहिए. वहीं, राजेश के साथ आए सूरज और जसवीर सिंह का कहना है कि उनके साथ भी अधिकारी द्वारा हर माह सैलरी में से पैसे मांगे जाते थे और जब उनके द्वारा विभाग के अन्य अधिकारी से इस बारे में शिकायत की गई तब कार्रवाई के बजाए उन्हें ही नौकरी से निकाल दिया. जब इस मामले की शिकायत लेबर कोर्ट में की गई तो कोर्ट का कहना है कि यह मैटर पंजाब का है. डिपो में ड्राइवर्स को भी किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिलती है.

किसी न किसी कारण से निकाले गए कामगार

जब इस पूरे मामले के बारे में कंपनी के बद्दी स्थित कार्यालय के क्लर्क अनुज कुमार से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगाए सभी आरोपों को नकार दिया. उनका कहना है कि डिपो से जो भी कामगार निकाले गए हैं, वह सभी किसी न किसी कारणों के निकाले गए हैं. उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं.

मामले से अंजान कंपनी के चीफ मैनेजर

वही, जब इस पूरे मामले पर लुधियाना में कंपनी के चीफ मैनेजर विक्रम प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसा कुछ भी घटित हुआ है तो उसकी जांच की जाएगी और अगर ड्राइवरों को वहां पर किसी प्रकार की परेशानी हो रही है तो जल्द ही उसका निवारण किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: पत्र बम मामला: परवाणु से हार्ड डिस्क जब्त, जांच के लिए जुन्गा लैब भेजा

बद्दी/सोलन: फार्मा हब बद्दी के शीतलपुर स्थित भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड के कंटेनर डिपो में बाहरी राज्यों के ठेकेदारों के जरिए लगाए गए कर्मचारियों के साथ शोषण और नौकरी के एवज में स्थानीय युवकों से मोटी रकम मांगने का आरोप लगा है. यह आरोप डिपो के क्लर्क पर लगे हैं.

झाड़माजरी निवासी युवक राजेश कुमार ने इस पूरे मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई है. युवक का कहना है कि वह पिछले 2 महीने से एवरेस्ट सिक्योरिटी की तरफ से डिपो में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था. जब वह नौकरी के लिए बद्दी ऑफिस में गया तो वहां के क्लर्क द्वारा उससे नौकरी लगवाने के लिए 20 हजार मांगे गए थे.

वीडियो रिपोर्ट.

बाकी पैसे नहीं देने पर नौकरी से निकाला

राजेश का आरोप है कि उसने जैसे-तैसे 10 हजार इकट्ठा कर अधिकारी को दिए, जिसके बाद उसे नौकरी पर रख लिया गया था, लेकिन जब अधिकारी द्वारा बचे हुए 10 हजार के लिए उसे परेशान करना शुरू कर दिया. बाकी पैसा नहीं दिए जाने की हालत में उसे सिक्योरिटी एजेंसी निकालने को बोल दिया गया.

डिपो के अधिकारियों पर पैसे मांगने का आरोप

युवक ने प्रदेश सरकार से और प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और साथ ही डिपो में कार्यरत जितने भी कर्मचारी हैं, उनकी नियुक्ति की जांच होनी चाहिए. वहीं, राजेश के साथ आए सूरज और जसवीर सिंह का कहना है कि उनके साथ भी अधिकारी द्वारा हर माह सैलरी में से पैसे मांगे जाते थे और जब उनके द्वारा विभाग के अन्य अधिकारी से इस बारे में शिकायत की गई तब कार्रवाई के बजाए उन्हें ही नौकरी से निकाल दिया. जब इस मामले की शिकायत लेबर कोर्ट में की गई तो कोर्ट का कहना है कि यह मैटर पंजाब का है. डिपो में ड्राइवर्स को भी किसी प्रकार की सुविधा नहीं मिलती है.

किसी न किसी कारण से निकाले गए कामगार

जब इस पूरे मामले के बारे में कंपनी के बद्दी स्थित कार्यालय के क्लर्क अनुज कुमार से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगाए सभी आरोपों को नकार दिया. उनका कहना है कि डिपो से जो भी कामगार निकाले गए हैं, वह सभी किसी न किसी कारणों के निकाले गए हैं. उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं.

मामले से अंजान कंपनी के चीफ मैनेजर

वही, जब इस पूरे मामले पर लुधियाना में कंपनी के चीफ मैनेजर विक्रम प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसा कुछ भी घटित हुआ है तो उसकी जांच की जाएगी और अगर ड्राइवरों को वहां पर किसी प्रकार की परेशानी हो रही है तो जल्द ही उसका निवारण किया जाएगा.

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