कसौली/सोलन: कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर सनवारा में पहाड़ी से भारी मात्रा में (Landslide in Sanwara) पत्थर और मलबा सड़क पर आ गिरा. इससे हाईवे पर कुछ देर तक पहाड़ वाली लेन से वाहनों की आवाजाही थम गई. वहीं, दूसरी लेन में भी मलबा और चट्टानों के पहुंचने से कुछ देर तक शिमला से कालका की ओर जाने वाले वाहनों को भी रोकना पड़ा. पहाड़ी से भूस्खलन के चलते हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं.
गनीमत यह रही कि जब सड़क पर पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ तो वाहन चालकों ने पहले ही वाहन रोक दिए. ऐसे में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है. भूस्खलन की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस और फोरलेन निर्माता कंपनी को दी. सूचना मिलते ही फोरलेन निर्माता कंपनी की टीम मौके पर पहुंची और पत्थरों को हटाने का कार्य शुरू किया. वहीं, दोनों ओर जाम लगने से पुलिस कर्मियों को खासी मश्क्कत करनी पड़ी.
गौर रहे कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर बीते दिनों हुई बारिश के बीच भी भूस्खलन और पेड़ गिरे थे. वहीं, मंगलवार को भी तेज धूप में कई जगहों पर पहाड़ियों से मलबा और पत्थर हाईवे पर आया. इस कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. अधिकतर परेशानी पहाड़ वाली लेन में आ रही है. जब पहाड़ी से चट्टानें और मलबा गिरना बंद हुआ तो शिमला की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही को दूसरी लेन में डायवर्ट किया गया.
सड़क फोरलेन निर्माता कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ई. बलविंद्र सिंह ने बताया कि पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के बाद तुरंत हटाने का कार्य शुरू हुआ. थोड़ी ही देर में सड़क को वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु कर दिया गया. सनवारा में जिस जगह पर मंगलवार को भूस्खलन हुआ है उससे थोड़ी ही दूरी पर पहले ही सड़क पर मलबा गिरा हुआ है. यहां पर पिछले एक महीने से वाहनों की आवाजाही को दूसरी लेन में डायवर्ट किया गया है. ये मलबा हाईवे के ठीक ऊपर से गुजर रहे धर्मपुर-कसौली रोड से आ रहा है और लगातार इस प्रकार की समस्या बनी हुई है. इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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