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Baljeet summits Mt Everest: पर्वतारोही बलजीत कौर ने फतह किया माउंट एवरेस्ट, अब माउंट मकालू पर नजर

हिमाचल प्रदेश की बेटी और सोलन के ममलीग की रहने वाली बलजीत कौर (Mountaineer Baljeet Kaur) ने आखिर लंबे संघर्ष के बाद दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतेह कर ली है. बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट पर शनिवार सुबह 4:30 बजे तिरंगा फहराकर प्रदेश के साथ-साथ देश का भी नाम ऊंचा किया. इससे पहले वह एवरेस्ट की चढ़ाई मात्र 300 मीटर की चूक गई थीं.

Baljeet summits Mt Everest
पर्वतारोही बलजीत कौर
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Published : May 23, 2022, 5:11 PM IST

सोलन: सोलन की बेटी पर्वतारोही बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लिया है, साल 2016 में माउंट एवरेस्ट फतह करने के लिए गई बलजीत उस समय एक्स्ट्रा ऑक्सीजन मास्क ना होने की वजह से 300 मीटर पीछे से ही वापस लौट आई थी लेकिन 6 सालों की कड़ी मेहनत के बाद अब (Baljeet summits Mt Everest) जाकर बलजीत कौर ने यह मुकाम पाया है. हौसलों की उड़ान भरकर बलजीत ने माउंट एवरेस्ट को पाने का सपना पूरा कर लिया है. इससे पहले बलजीत कौर ने नेपाल में स्थित अन्नपूर्णा माउंट एवरेस्ट को फतह किया.

बलजीत कौर 17 मई को रात 10 बजे अपने (Baljeet summits Mt Everest) दल के साथ माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना हुई थी. पांच दिन के संघर्ष के बाद बलजीत कौर ने दूसरे प्रयास में ये मुकाम पाया है. बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट पर शनिवार सुबह 4:30 बजे तिरंगा फहराकर प्रदेश के साथ-साथ देश का (Baljeet summits Mt Everest) भी नाम ऊंचा किया. इससे पहले 2016 में भी बलजीत कौर माउंट एवरेस्ट मिशन में शामिल हुई थीं, लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन मास्क खराब होने की वजह से उसे वापस लौटना पड़ा था. उस वक्त बलजीत 8848.86 मीटर उंची माउंट एवरेस्ट से महज 300 मीटर की दूरी से चुक गई थी.

वीडियो.

उसके बाद 28 अप्रैल 2022 को बलजीत कौर ने 8091 मीटर उंचे माउंट अन्नपूर्णा को फतह किया, जबकि 12 मई 2022 को बलजीत ने 8566 मीटर उंचे माउंट कंचनजंगा को फतह किया. बलजीत कौर के साथ उनके गाईड मिगमा शेरपा भी थे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बलजीत (Trekker of Himachal Pradesh Baljit Kaur) ने 8 हजार मीटर ऊंची 2 चोटियों को 2 हफ्ते में फतह करने का रिकॉड भी बनाया था. बलजीत कौर के बुलंद हौसले की बदौलत ही इतनी बड़ी सफलता उनके हाथ लगी है. बलजीत कौर के परिजन अब उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं और उनके स्वागत की तैयारियां चल रही हैं.

माउंट मकालू को फतह करने के लिए निकली बलजीत: वहीं, अब बलजीत कौर माउंट मकालू को फतह करने के लिए निकल चुकी हैं. मकालू दुनिया का पांचवा सबसे ऊंचा पर्वत है जिसकी ऊंचाई 8,485 मीटर है. यह नेपाल और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र, चीन के बीच की सीमा पर, माउंट एवरेस्ट से 19 किमी दक्षिण-पूर्व में महालंगुर हिमालय में स्थित है. आठ हजारों में से एक मकालू एक अलग-थलग चोटी है जिसकी आकृति चार भुजाओं वाला पिरामिड है. माउंट मकालू को सबसे खतरनाक चोटियों में से माना जाता है और शिखर की स्थिति और ठंडे तापमान के कारण इस शिखर पर चढ़ाई करना बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है.

पहली भारतीय महिला जिसे पुमोरी चोटी फतह करने का गौरव हासिल: बता दें कि बलजीत पहली भारतीय महिला है, जिसे 7161 ऊंची पुमोरी चोटी फतह करने का गौरव हासिल हुआ है. पुमोरी चोटी हासिल करने के बाद से बलजीत ने कहा था कि उनके हौसलों की यह उड़ान अब थमने वाली नहीं है और अगले वर्ष ही वह एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराएंगी.

एवरेस्ट पर चढ़ने का पहले भी कर चुकी हैं प्रयास: कुछ साल पहले जब वह सोलन कॉलेज में एनसीसी में थी, तो एवरेस्ट के एक अभियान का हिस्सा बनी थीं. लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन मास्क की खराबी के चलते बलजीत कौर को अभियान बीच में छोड़कर लौटना पड़ा था. बलजीत की शिक्षा सोलन कॉलेज से हुई है और इस दौरान बेहतरीन एनसीसी कैडेट के रूप में बलजीत ने अपनी पहचान बनाई थी.

सोलन: सोलन की बेटी पर्वतारोही बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट फतह कर लिया है, साल 2016 में माउंट एवरेस्ट फतह करने के लिए गई बलजीत उस समय एक्स्ट्रा ऑक्सीजन मास्क ना होने की वजह से 300 मीटर पीछे से ही वापस लौट आई थी लेकिन 6 सालों की कड़ी मेहनत के बाद अब (Baljeet summits Mt Everest) जाकर बलजीत कौर ने यह मुकाम पाया है. हौसलों की उड़ान भरकर बलजीत ने माउंट एवरेस्ट को पाने का सपना पूरा कर लिया है. इससे पहले बलजीत कौर ने नेपाल में स्थित अन्नपूर्णा माउंट एवरेस्ट को फतह किया.

बलजीत कौर 17 मई को रात 10 बजे अपने (Baljeet summits Mt Everest) दल के साथ माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना हुई थी. पांच दिन के संघर्ष के बाद बलजीत कौर ने दूसरे प्रयास में ये मुकाम पाया है. बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट पर शनिवार सुबह 4:30 बजे तिरंगा फहराकर प्रदेश के साथ-साथ देश का (Baljeet summits Mt Everest) भी नाम ऊंचा किया. इससे पहले 2016 में भी बलजीत कौर माउंट एवरेस्ट मिशन में शामिल हुई थीं, लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन मास्क खराब होने की वजह से उसे वापस लौटना पड़ा था. उस वक्त बलजीत 8848.86 मीटर उंची माउंट एवरेस्ट से महज 300 मीटर की दूरी से चुक गई थी.

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उसके बाद 28 अप्रैल 2022 को बलजीत कौर ने 8091 मीटर उंचे माउंट अन्नपूर्णा को फतह किया, जबकि 12 मई 2022 को बलजीत ने 8566 मीटर उंचे माउंट कंचनजंगा को फतह किया. बलजीत कौर के साथ उनके गाईड मिगमा शेरपा भी थे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बलजीत (Trekker of Himachal Pradesh Baljit Kaur) ने 8 हजार मीटर ऊंची 2 चोटियों को 2 हफ्ते में फतह करने का रिकॉड भी बनाया था. बलजीत कौर के बुलंद हौसले की बदौलत ही इतनी बड़ी सफलता उनके हाथ लगी है. बलजीत कौर के परिजन अब उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं और उनके स्वागत की तैयारियां चल रही हैं.

माउंट मकालू को फतह करने के लिए निकली बलजीत: वहीं, अब बलजीत कौर माउंट मकालू को फतह करने के लिए निकल चुकी हैं. मकालू दुनिया का पांचवा सबसे ऊंचा पर्वत है जिसकी ऊंचाई 8,485 मीटर है. यह नेपाल और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र, चीन के बीच की सीमा पर, माउंट एवरेस्ट से 19 किमी दक्षिण-पूर्व में महालंगुर हिमालय में स्थित है. आठ हजारों में से एक मकालू एक अलग-थलग चोटी है जिसकी आकृति चार भुजाओं वाला पिरामिड है. माउंट मकालू को सबसे खतरनाक चोटियों में से माना जाता है और शिखर की स्थिति और ठंडे तापमान के कारण इस शिखर पर चढ़ाई करना बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है.

पहली भारतीय महिला जिसे पुमोरी चोटी फतह करने का गौरव हासिल: बता दें कि बलजीत पहली भारतीय महिला है, जिसे 7161 ऊंची पुमोरी चोटी फतह करने का गौरव हासिल हुआ है. पुमोरी चोटी हासिल करने के बाद से बलजीत ने कहा था कि उनके हौसलों की यह उड़ान अब थमने वाली नहीं है और अगले वर्ष ही वह एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराएंगी.

एवरेस्ट पर चढ़ने का पहले भी कर चुकी हैं प्रयास: कुछ साल पहले जब वह सोलन कॉलेज में एनसीसी में थी, तो एवरेस्ट के एक अभियान का हिस्सा बनी थीं. लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन मास्क की खराबी के चलते बलजीत कौर को अभियान बीच में छोड़कर लौटना पड़ा था. बलजीत की शिक्षा सोलन कॉलेज से हुई है और इस दौरान बेहतरीन एनसीसी कैडेट के रूप में बलजीत ने अपनी पहचान बनाई थी.

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