सोलनः प्रदेश में तीसरे मोर्चे के रूप में 'हमारी पार्टी हिमाचल पार्टी' की शुरुआत करने वाले पूर्व सांसद राजन सुशांत ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राजन सुशांत बीते काफी समय से ओल्ड पेंशन स्कीम प्रदेश में लागू करने की मांग कर रहे हैं. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि 6 अगस्त को उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था, उसके बाद से करीब डेढ़ लाख कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम मिले, इसके लिए वे पूरे प्रदेश में जागृति अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ये मुद्दा बहुत गंभीर है लोकतंत्र में दो सरकार होती हैं एक सरकार तो वह जिसमें एमपी एमएलए आते हैं. इस सरकार को हम अस्थाई सरकार कहते हैं, वहीं दूसरी और दूसरी सरकार वह कर्मचारी होते हैं जो राज्यों में 58 साल तक और केंद्र में 60 साल तक अपनी सेवाएं देते हैं.
पूर्व एमपी-एमएलए को भी एनपीएस के तहत दी जाए पेंशन
उन्होंने कहा कि कोई भी पूर्व विधायक व पूर्व सांसद ऐसा नहीं है जो अपनी पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हो और न्यू पेंशन के तहत पेंशन लेने के लिए तैयार हो. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी सलाह देते हुए कहा कि अगर उन्हें कुछ नहीं सूझता है तो वह उनके पास आकर इस बारे में सलाह लें कि किस तरह से ओल्ड पेंशन स्कीम को बिना कर्ज लिए प्रदेश में लागू किया जाए.
24 को ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं हुई नोटिफाई तो उठाया जाएगा अगला कदम
पूर्व सांसद राजन सुशांत ने कहा कि अभी वे लोग सीधे हाथ से घी निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अगर 24 नवंबर तक सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम को नोटिफाई नहीं किया तो 25 नवंबर को बैठक आपातकाल बैठक बुलाई जाएगी. इसके बाद अगला प्लान घोषित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश का कर्मचारी रोटी नहीं खाएगा तो प्रदेश सरकार के मंत्री और विधायकों को भी वह रोटी नहीं खाने देंगे.
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