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राजेंद्र राणा का सरकार से सवाल, जनता समेत विपक्ष और सत्ता पक्ष के लिए कानून अलग क्यों?

राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर दो कानून चल रहे हैं. कोरोना के लिए सत्ता पक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं जबकि आम जनता और विपक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं. उन्हें कहा कि अगर विपक्ष या जनता में से कोई भी कोरोना के नियमों को तोड़ रहा है तो एसओपी तोड़ने के तहत कार्रवाई की जा रही है.

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Published : Aug 18, 2020, 2:19 PM IST

Rajendra Rana  attacks government
कांग्रेस नेता राजेंद्र राणा

सोलन: राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष और सुजानपुर विधानसभा के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश सरकार कतई गंभीर नहीं है. वहीं, अब सरकार पर ही कोरोना वायरस के आरोप लग रहे हैं.

राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर दो कानून चल रहे हैं. कोरोना के लिए सत्ता पक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं जबकि आम जनता और विपक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं. उन्हें कहा कि अगर विपक्ष या जनता में से कोई भी कोरोना के नियमों को तोड़ रहा है तो एसओपी तोड़ने के तहत कार्रवाई की जा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

सत्ता पक्ष सरकार की तरफ से कोई भी कानून तोड़ रहा है तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इससे तो बेहतर है कि सरकार आम जनता और विपक्ष के लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करें और अपने लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करे. इससे लोगों को समझ आएगा कि नियम तोड़ने पर कार्रवाई सिर्फ जनता पर ही होगी सत्ता पक्ष पर नहीं.

मंदिरों के कपाट खोलने पर ध्यान दे सरकार

वहीं, राजेंद्र राणा ने कहा कि जिस तरह से वैष्णो देवी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुल चुके हैं, उसी तरह से देवभूमि हिमाचल में भी प्रदेश सरकार का भी निर्णय लेने का समय आ चुका है. सरकार को भी एसओपी के जरिए मंदिरों को खोलने का प्रावधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ना तो शिवरात्रि ना ही नवरात्रों में प्रदेश सरकार मंदिर खोल पाई है.

राजेंद्र राणा ने कहा कि 15 अगस्त के बाद मंदिर खोलने की बात कही जा रही थी लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने इस ओर भी अपनी स्थिति साफ नहीं की है. उन्होंने कहा कि सरकार एसओपी के जरिए कोई ऐसा प्रावधान करें जिससे लोगों को मंदिरों के कपाट खुलने पर भगवान के दर्शन हो सके.

जश्नों में सराबोर सरकार, कोरोना पर ध्यान नहीं

राजेंद्र राणा ने कहा कि बात बात पर बेमतलब के जश्न में डूबी सरकार ही महामारी की गंभीरता को नहीं समझ पा रही है. बीते दिनों लॉकडाउन का मकसद अब जीरो होता नजर आ रहा है. राजेंद्र राणा ने कहा कि सिरमौर से लेकर समीरपुर व पालमपुर कांगड़ा तक के नेताओं की प्रदक्षिणा करने वाले मंत्री व संगठन के मुखिया चौखट पर शीश निभाने की होड़ में तमाम एसओपी प्रोटोकॉल को तोड़ रहे हैं.

सरकार शिलान्यासों की होड़ में प्रदेश के एक सिरे से दूसरे सिरे तक बेखौफ घूम रही है और अब कोरोना ने सुरक्षा चक्र व सहयोगी कर्मियों पर भी अटैक किया है. ऐसे में हर जगह घूम रहे इन लोगों के कोंटेक्ट में कितने लोग आए हैं, अब इसकी रायमुशारी कोरोना के कहर को बढ़ाने व फैलाने का काम करेगी.

ये भी पढ़ें- फर्जी डिग्री मामले पर राणा का सरकार से सवाल, आखिर इतने बड़े फर्जीवाड़े पर सरकार क्यों है खामोश?

सोलन: राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष और सुजानपुर विधानसभा के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश सरकार कतई गंभीर नहीं है. वहीं, अब सरकार पर ही कोरोना वायरस के आरोप लग रहे हैं.

राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर दो कानून चल रहे हैं. कोरोना के लिए सत्ता पक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं जबकि आम जनता और विपक्ष के लिए अलग कानून लागू हो रहे हैं. उन्हें कहा कि अगर विपक्ष या जनता में से कोई भी कोरोना के नियमों को तोड़ रहा है तो एसओपी तोड़ने के तहत कार्रवाई की जा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

सत्ता पक्ष सरकार की तरफ से कोई भी कानून तोड़ रहा है तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इससे तो बेहतर है कि सरकार आम जनता और विपक्ष के लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करें और अपने लिए अलग नोटिफिकेशन जारी करे. इससे लोगों को समझ आएगा कि नियम तोड़ने पर कार्रवाई सिर्फ जनता पर ही होगी सत्ता पक्ष पर नहीं.

मंदिरों के कपाट खोलने पर ध्यान दे सरकार

वहीं, राजेंद्र राणा ने कहा कि जिस तरह से वैष्णो देवी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुल चुके हैं, उसी तरह से देवभूमि हिमाचल में भी प्रदेश सरकार का भी निर्णय लेने का समय आ चुका है. सरकार को भी एसओपी के जरिए मंदिरों को खोलने का प्रावधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ना तो शिवरात्रि ना ही नवरात्रों में प्रदेश सरकार मंदिर खोल पाई है.

राजेंद्र राणा ने कहा कि 15 अगस्त के बाद मंदिर खोलने की बात कही जा रही थी लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने इस ओर भी अपनी स्थिति साफ नहीं की है. उन्होंने कहा कि सरकार एसओपी के जरिए कोई ऐसा प्रावधान करें जिससे लोगों को मंदिरों के कपाट खुलने पर भगवान के दर्शन हो सके.

जश्नों में सराबोर सरकार, कोरोना पर ध्यान नहीं

राजेंद्र राणा ने कहा कि बात बात पर बेमतलब के जश्न में डूबी सरकार ही महामारी की गंभीरता को नहीं समझ पा रही है. बीते दिनों लॉकडाउन का मकसद अब जीरो होता नजर आ रहा है. राजेंद्र राणा ने कहा कि सिरमौर से लेकर समीरपुर व पालमपुर कांगड़ा तक के नेताओं की प्रदक्षिणा करने वाले मंत्री व संगठन के मुखिया चौखट पर शीश निभाने की होड़ में तमाम एसओपी प्रोटोकॉल को तोड़ रहे हैं.

सरकार शिलान्यासों की होड़ में प्रदेश के एक सिरे से दूसरे सिरे तक बेखौफ घूम रही है और अब कोरोना ने सुरक्षा चक्र व सहयोगी कर्मियों पर भी अटैक किया है. ऐसे में हर जगह घूम रहे इन लोगों के कोंटेक्ट में कितने लोग आए हैं, अब इसकी रायमुशारी कोरोना के कहर को बढ़ाने व फैलाने का काम करेगी.

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