सोलन: हिमाचल प्रदेश में 15 जुलाई से एम्बुलेंस के पहिए थम जाएंगे, क्योंकि जीवीके ईएमआरआई कंपनी ने प्रदेशभर में 102 और 108 एम्बुलेंस में सेवाएं दे रहे 1000 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है. कंपनी ने फंड की कमी का हवाला देकर सभी कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर थमा दिया है. ऐसे में कर्मचारियों पर बेरोजगारी की तलवार लटकी है और लोगों को एम्बुलेंस की सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा.
बता दें कि जीवीके ईएमआरआई कंपनी के पास 2021 तक का टेंडर हैं और कंपनी सरकार से सेवाएं निरंतर चलाने के लिए अतिरिक्त पैसा मांग रही है, जिसके चलते कंपनी ने सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है. हालांकि ये मामला सरकार के द्वार तक पहुंच गया है, लेकिन सरकार ने भी अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है. प्रदेश में 125 एम्बुलेंस में से 200 से ज्यादा 108 एम्बुलेंस चलाई जा रही है.
एचआर हेड राकेश नेगी ने बताया कि सरकार को 108 में आ रही समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने बताया कि 102 और 108 एंबुलेंस में सुविधाओं का अभाव और फंड की कमी के कारण एंबुलेंस सुविधाओं को चालू रख पाना मुश्किल हो रहा है. जिसके चलते सभी कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर दे दिए गए हैं.
राकेश नेगी ने सरकार से अपील की है कि इस मामले में हस्तक्षेप करके भवन और बिल्डिंग के बारे में सोचा जाए साथ ही 108 एम्बुलेंस की फंड सेवा में आ रही कमी को दूर किया जाए.
ये भी पढ़ें: करसोग में जल्द शुरू होगा आधुनिक बस स्टैंड, 3 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण