शिमला: पानी के बिल के खिलाफ शहर में लोग मुखर हो रहे हैं. सीपीआईएम ने शुक्रवार को जल प्रबंधन निगम के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. वहीं, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता नगर निगम के महापौर के कार्यालय पहुंचे और महापौर को ज्ञापन सौंप कर पानी के बिल को कम करने की मांग की है.
इसके साथ ही राहत न देने पर उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतवानी भी दी है. युवा कांग्रेस ने जल प्रबंधन निगम पर धांधली करने के आरोप लगाए और पानी के वितरण की जिम्मेदारी नगर निगम को वापस देने की मांग की है.
पूर्व पार्षद सुरेश चौहान ने कहा कि शिमला शहर में पानी के बिल में भारी धांधली हो रही है. कंपनी मनमर्जी से बिल जारी कर रहा है. सरकार और नगर निगम मूकदर्शक बना हुआ है जबकि लोगों को लाखों के बिल आ रहे है जिससे लोग परेशान है. उन्होंने कहा कि जो पानी के मीटर लगाए गए हैं उनमें से अधिकतर मीटर खराब हो चुके हैं. शहर की पहली नागरिक महापौर का भी 18 हजार का बिल आया है.
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