शिमलाः राजधानी में बाहरी राज्यों से आने वाले मजदूर सीधे काम पर नहीं जा सकेंगें. बाहरी राज्यों से आने वाले सभी मजरों को अब सात दिनों के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा. जिला में लगातार बढ़ते कोरोना मामले को देखते हुए प्रशासन ने ये फैसला लिया है.
सेब सीजन में बाहरी राज्यों से आने वाले मजदूरों को सीधे बगीचों में आने की अनुमति नहीं होगी. साथ ही निर्माण कार्य के लिए भी जो मजदूर आएंगे उन्हें भी काम पर नहीं भेजा जाएगा. पहले बैरियर पर इन मजदूरों की स्वास्थ्य जांच होगी.
इसके बाद इन्हें वहीं, से संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र भेज दिया जाएगा. सात दिन के लिए क्वारंटाइन केंद्र कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही इन्हें काम पर जाने की अनुमति होगी. प्रदेश सरकार के निर्णय के बाद जिला में इसे सख्ती से लागू किया जाएगा.
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने कहा कि सभी एसडीएम, स्वास्थ्य कर्मचारियों और पुलिस को इसको लेकर निर्देश जारी किए हैं. प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों में बागवानों से भी आग्रह किया गया है. उन्हें कहा कि उनके ध्यान में ऐसा मामला आता है, तो संबंधित थाने या फिर स्वास्थ्य कर्मचारी, एसडीएम को जानकारी दें. साथ ही कोई ठेकेदार नियमों की अवहेलना करता है और लेबर को सीधे काम पर लगा देता हैं तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने कहा कि कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. आने वाले दो माह सभी के लिए महत्वपूर्ण है. इसके लिए लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें. हर वर्ग प्रशासन का सहयोग करें. भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में न जाए. जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें. मास्क पहना अपनी आदत बना ले. हाथ धोना और सेनिटाइजर का प्रयोग करना न भूलें. ठेकेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि लेबर की कार्यस्थल पर रहने की व्यवस्था करें.
सेब सीजन के लिए बनाए गए बैरियर शोघी, बलग, कुड्डू, गुम्मा, नेरवा के फैडिज पुल में सोमवार से सख्ती बढ़ा दी गई है. प्रशासन बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की गहनता से जांच कर रहा है.बिना जांच के किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद प्रशासन ने ये कार्रवाई शुरू की है.
बता दे सेब सीजन के दौरान बाहरी राज्यों से काफी तादात में मजदूर और आढ़ती शिमला आ रहे हैं. साथ ही कोरोना पॉजिटिव के मामले भी सामने आ रहे है. जिला में कोरोना के मामले न बढ़े इसको देखते हुए अब जिला प्रशासन सख्त हो गया है.
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