किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड के तहत कानम गांव में शनिवार को ग्राम सभा के दौरान सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (Villagers protested against SJVN Projects) के अधिकारियों और ग्रामीणों के काफी देर तक बहसबाजी होती रही. दरअसल एसजेवीएन प्रबंधन ग्रामीणों को अपने परियोजना के निर्माणाधीन कार्य से अवगत करा रहा था. तभी ग्रामीणों का गुस्सा परियोजना प्रबंधन पर फूटा और ग्राम सभा के बीच में युवाओं ने एसजेवीएन प्रबंधन के अधिकारियों को परियोजना के नुकसान (SJVN Projects in Kinnaur) के बारे में अवगत करवाते हुए निर्माण कार्य शुरू न होने देने की चैतावनी दे डाली.
बता दें कि जिला के प्रस्तावित जंगी ठोपन जल विद्युत् परियोजना का काम एसजेवीएन के पास है. ऐसे में एसजेवीएन प्रबंधन लंबे समय से इस परियोजना से प्रभावित क्षेत्रों के ग्राम पंचायतो से एनओसी लेने के लिए जा रहे है. लेकिन अब तक अधिकतर पंचायतों ने एसजेवीएन को इस परियोजना के लिए इनकार कर दिया है. वहीं, शनिवार को कानम पंचायत में ग्राम सभा के समक्ष जब एसजेवीएन प्रबंधन के अधिकारी ग्रामीणों को परियोजना के बारे में जानकारी दे रहे थे, तो युवाओं ने परियोजना के निर्माण कार्य से हो रहे नुकसान के बारे में बताते हुए इसका विरोध किया.
युवाओं ने परियोजना प्रबंधन को दोबारा गांव में न आने की हिदायत भी दी. बता दें कि जिला के जंगी ठोपन प्रस्तावित 804 मेगावाट जल विद्युत परियोजना के निर्माणाधीन कार्य का जिला के सभी लोग विरोध कर रहे हैं. क्योंकि जिला के अधिकतर क्षेत्रों में जल विद्युत परियोजनाओं के कार्य के बाद भूस्खलन (Landslide in kinnaur) और पहाड़ों से चट्टानों के खिसकने के चलते कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं. ऐसे में अब लोगों ने इन परियोजनाओं का विरोध करना शुरू कर दिया है.
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