शिमलाः कोरोना वायरस से जंग जीतने के बाद अस्पताल से छूटी मिलते ही ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी जोश में हैं और यह भूल गए कि रिज-मॉल रोड से गाड़ी लाना प्रतिबंधित है. दोपहर बाद जैसे ही ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को अस्पताल से छुट्टी मिली, वह अपनी निजी गाड़ी को प्रतिबंधित रिज-मॉल रोड लेकर घर की तरफ निकल पड़े.
इस दौरान सीटीओ के पास जब पुलिस की नजर गाड़ी पर पड़ी तो गाड़ी को रोका गया और प्रतिबंधित क्षेत्र में गाड़ी लाने के लिए चालान भी काटा गया. गाड़ी में उनकी दो बेटियां भी मौजूद थीं, जो कोरोना को मात देकर अपने पिता के साथ घर जा रहीं थीं.
गौरतलब है कि रिज मॉल रोड पर केवल प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री की गाड़ियों को आने की अनुमति है. इसके अलावा किसी को गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है. केवल आपातकाल की स्थिति में ही रिज से गाड़ी और एम्बुलेंस को ले जाने की अनुमति है, जो शायद ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी भूल गए.
वहीं, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी और उनकी दो बेटियों को वीरवार को आईजीएससी अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं. ऊर्जा मंत्री और उनकी बेटियों की कुछ दिनों पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी.
इसके चलते उन्हें डीडीयू अस्पताल में दाखिल किया गया था. सांस लेने में दिक्कत के चलते ऊर्जा मंत्री को रिपन कोविड केयर अस्पताल से आईजीएमसी अस्पताल शिफ्ट किया गया था. अभी भी कुछ दिनों तक एहतियात के तौर पर वे होम क्वारंटाइन ही रहेंगे.
उधर, दून विधानसभा क्षेत्र के विधायक परमजीत सिंह पम्मी की सीटी स्कैन रिपोर्ट भी सामान्य आई है. जानकारी अनुसार कुछ दिन पहले उनकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है. तेज बुखार के चलते उन्हें भी सोलन से आईजीएमसी शिफ्ट किया गया था. हालांकि अब उनकी स्थिति में सुधार बताया जा रहा है.
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