शिमला: हिमाचल में पिछले डेढ़ सालों तक कोरोना की मार झेल चुका पर्यटन कारोबार अब दोबारा पटरी पर लौटने लगा है. कोरोना के मामले कम होने के बाद पर्यटक प्रदेश के पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं और वीकेंड पर सभी पर्यटन स्थल पूरी तरह से गुलजार हो रहे हैं. राजधानी शिमला में वीकेंड पर 80 से 90 फीसदी होटलों में ऑक्यूपेंसी हो रही है. बीते 6 महीनों में करीब 32 लाख सैलानी शिमला आ चुके हैं.
त्योहारी सीजन में बाहरी राज्यों के लोग शिमला घूमने पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के पर्यटन कारोबारी भी खुश नजर आ रहे हैं. कोरोना के चलते डेढ़ साल से पर्यटन कारोबार पूरी तरफ से चौपट हो गया था. हालांकि सरकार ने पर्यटकों के लिए बॉर्डर खोल दिए थे, लेकिन बरसात में हो रही भारी बारिश की वजह से पर्यटक काफी कम संख्या में हिमाचल आ रहे थे, लेकिन अब मौसम साफ होते ही पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है.
आने वाले हफ्तों में भी वीकेंड पर काफी संख्या में सैलानियों के शिमला पहुंचने की उम्मीद है. दूसरी ओर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर चलने वाली ट्रेनों में भी इन दिनों सैलानियों की आवक बढ़ गई है. अधिकतर ट्रेनें पैक होकर शिमला पहुंच रही हैं. शिमला में शनिवार को भी वीकेंड पर पर्यटक काफी तादात में शिमला पहुंचे हैं. शहर में होटलों में ऑक्यूपेंसी 80 फीसदी पहुंच गई है.
वहीं, पर्यटकों को लुभाने के लिए हिमाचल पर्यटन विकास निगम निजी होटल भी सैलानियों को विशेष पैकेज दे रहा है. करवा चौथ पर निगम के होटलों में ठहरने वाले सैलानियों को 10 फीसदी स्पेशल डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा 20 फीसदी होटल में बुकिंग पर दिया जा रहा है. वहीं, निजी होटल भी पर्यटकों को 25 से 35 फीसदी डिस्काउंट दे रहे हैं.
शिमला ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष और होटल मालिक नवीन पॉल ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया था. 2020 और 2021 मार्च तक कारोबार जीरो हो गया था, लेकिन अब धीरे-धीरे कारोबार पटरी पर लौट रहा है. सरकार की ओर से छूट मिलने के बाद अप्रैल माह से ही पर्यटक शिमला का रूख करने लगे.
इन दिनों वीकेंड पर पूरे प्रदेश में होटल पूरी तरह से पैक हो रहे हैं, जिससे पर्यटन कारोबारी को राहत मिल रही है और उम्मीद है कि विंटर सीजन में इस बार कारोबार में बढ़ोतरी होगी, लेकिन कोरोना का डर अभी भी सता रहा है. यदि कोरोना के चलते दोबारा लॉकडाउन जैसे हालात हुए तो पर्यटन कारोबारियों को इससे उभरने में काफी समय लगेगा.
हिमाचल प्रदेश के विकास और आर्थिक क्षेत्र में पर्यटन का अहम योगदान है. हिमाचल में कोविड से पूर्व सालाना पौने दो करोड़ सैलानियों की आमद रिकॉर्ड की जाती रही है. हिमाचल ने अपने यहां सालाना दो करोड़ सैलानियों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए नए पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है. अटल टनल बनने से हिमाचल में सैलानियों की आमद में तेजी आई है. अटल टनल न केवल सामरिक महत्व रखती है, बल्कि ये सैलानियों के लिए भी अद्भुत आकर्षण है, प्रदेश के शिमला कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा में पर्यटन स्थल है जहां पर्यटक घूमने आते हैं.
इसके अलावा धर्मिक पर्यटक भी प्रदेश में काफी ज्यादा आता है, लेकिन कोरोना की वजह से पर्यटक कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया था और 2020 में मई में लॉकडाउन के बाद पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह से बन्द रही. प्रदेश में होटल, होम स्टे सहित अन्य पर्यटन गतिविधियां बंद होने से प्रदेश को करीब 55 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ, लेकिन 2021 में कोरोना के मामले कम होने के बाद पर्यटकों की आमद शुरू होने से पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटा और 6 महीने में ही 32 लाख पर्यटक शिमला पहुंचे और अभी भी पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है.