शिमला: कोरोना संक्रमण के कारण सभी व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा, लेकिन प्रदेश में पर्यटन जगत से जुड़े कारोबारियों के क्रिसमस और नई साल का वक्त अच्छा गुजरा. कोरोना काल में पहली बार 14 से 31 दिसंबर तक शिमला (tourism business in himachal) के होटलों में 80 फीसदी तक एडवांस बुकिंग रही. 24 दिसंबर से जनवरी की पहले सप्ताह तक प्रदेश के मुख्य पर्यटन नगरों में होटल पूरी तरह पर्यटकों से भरे रहे.
अकेले शिमला शहर की बात करें तो डीएसपी ट्रैफिक अजय भारद्वाज के अनुसार 25 दिसंबर को 4976 वाहन चंडीगढ़ मार्ग से शिमला में प्रवेश किए. इसके अलावा 31 दिसंबर को 6086 वाहन चंडीगढ़ मार्ग से शिमला में प्रवेश किए. इसके अलावा 27 दिसंबर से 30 दिसंबर तक भी रोजाना करीब 5 हजार (Occupancy in Shimla hotels) वाहन शिमला में प्रवेश किए और इतने ही वापस भी गए. वाहनों की इस संख्या से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी बड़ी संख्या में क्रिसमस से न्यू ईयर तक पर्यटक शिमला पहुंचे.
इसके बाद हुई बर्फबारी ने बाकी कमी पूरी कर दी. बर्फबारी (Snowfall in Himachal pradesh) देखने भी बड़ी संख्या में पड़ोसी राज्यों से पर्यटक शिमला पहुंचे. 9 जनवरी को 3102 वाहन शिमला में प्रवेश किए, 11 जनवरी 2385, 12 जनवरी को 2621, 13 जनवरी शाम चार बजे तक 1911 वाहनों ने प्रवेश किया है.
हालांकि होटल कारोबारियों के अनुसार इस दौरान उन पर्यटकों की संख्या ज्यादा रही जिन्होंने अपना स्टे बढ़ाया मतलब जो उसी दिन जाने वाले थे एक या दो दिन और रुके. दरअसल मौसम विभाग द्वारा (snowfall in shimla) दिसंबर में बर्फबारी (Effect of corona on tourism business) की संभावना जताने के बाद बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहाड़ों का रुख करते हैं. क्रिसमस और न्यू ईयर पर इस साल शिमला और डलहौजी में सौ फीसदी जबकि मनाली और धर्मशाला में 90 फीसदी से अधिक ऑक्यूपेंसी रहती है.
ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का कहना है कि दिसंबर और न्यू ईयर पर इस साल पर्यटन कारोबार अच्छा रहा. शिमला और आसपास के इलाकों में भी अच्छी संख्या में पर्यटक आए. फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अश्वनी बांबा का कहना है कि बर्फबारी से हिमाचल में पर्यटन कारोबार को संजीवनी मिली शिमला, डलहौजी, धर्मशाला, मनाली में रिकॉर्ड टूरिस्ट पहुंचे.
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मनाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बताया कि दिसंबर के लिए एडवांस बुकिंग हो गई थी. करोना के कारण पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. सरकार से राहत पैकेज की मांग की थी, जो नहीं मिला. कोरोना काल में होटल बंद थे फिर भी बिजली, पानी, गार्बेज के कामर्शियल बिल देने पड़े. हिमाचल में अधिकांश लोगों को कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है. सरकार को इसे लेकर मार्केटिंग करनी चाहिए, ताकि अधिक संख्या में सैलानी हिमाचल का रुख कर सकें.
हिमाचल की हसीन वादियों में पहुंच रहे पर्यटक: इसके अलावा शिमला कालका ट्रेन में भी बड़ी संख्या (tourism business in Himachal Pradesh) में पर्यटक ट्रेन में सफर कर शिमला की हसीन वादियों में पहुंचे. दस जनवरी तक शिमला कालका ट्रैक पर चलने वाली ट्रेन में फुल ऑक्यूपेंसी रही. नए साल की तैयारी में शिमला में आने वाले सैलानियों को असुविधा न हो इसके लिए जिला प्रशासन के बाद शिमला पुलिस ने भी बेहतर तैयारी की. पुलिस ने शहर के पांच सील्ड सड़कों पर वाहनों की पार्किंग की मंजूरी जिला प्रशासन से ली थी, लेकिन अब कोविड-19 के बढ़ते मामलों व बंदिशों के चलते हिमाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग प्रभावित होने लगा है. बीते कुछ दिनों में होटलों में बुकिंग रद्द हो रही हैं.
एडवांस बुकिंग पर भी असर पड़ रहा है. हालांकि बर्फबारी के बाद शिमला व आसपास के पर्यटन स्थलों के अलावा अन्य बर्फबारी वाले क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही जारी है, लेकिन जिस तरह से एडवांस बुकिंग में कमी दर्ज की जा रही है बुकिंग रद्द हो रही है, इसको देखते हुए आगामी दिनों में पर्यटन कारोबार पर असर पड़ेगा.
कोरोना के कारण पर्यटन कारोबार प्रभावित: बता दें कि कोरोना की वजह से पर्यटक कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया था और 2020 में मई में लॉकडाउन के बाद पर्यटकों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रही. प्रदेश में होटल, होम स्टे सहित अन्य पर्यटन गतिविधियां बंद होने से प्रदेश को करीब 55 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ, लेकिन 2021 में कोरोना के मामले कम होने के बाद पर्यटकों की आमद शुरू होने से पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा.
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