शिक्षक दिवस विशेष: शिमला की इस इमारत में बसता है सर्वपल्ली के सपनों का संसार
इसे संयोग ही कहा जाएगा कि राजधानी शिमला की जिस इमारत को सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति निवास से भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के तौर पर रूपांतरित किया, वो इमारत भी वर्ष 1888 में ही बनकर तैयार हुई थी. इसी साल की 5 सितंबर को राधाकृष्णन का जन्म हुआ था. जिसे आज पूरा देश शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है.
शिक्षक राजकुमार का सिर्फ एक ख्वाब, ओलंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में नाम रोशन करें उनके बच्चे
बच्चों को नशे से दूर रखने और खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए चंबा जिले के शिक्षक राजकुमार करीब 26 सालों से प्रयास कर रहे हैं. उनकी मेहनत का नतीजा है कि जिले के करीब 100 बच्चे राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं और कई खिलाड़ी नेशनल भी खेल चुके हैं. शिक्षक राजकुमार का बस एक ही ख्वाब है कि उनके बच्चे भी ओलंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में भी हिस्सा लें और देश प्रदेश में चंबा का नाम रोशन करें.
राष्ट्रपति कोविंद के स्वागत को तैयार रिट्रीट, कभी शिमला आने पर मन में रह गयी थी इसे देखने की टीस
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 17 सितंबर को विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति 16 सितंबर को पहाड़ों की रानी शिमला पहुंच जाएंगे. कोविंद के स्वागत के लिए छराबड़ा में स्थित राष्ट्रपति निवास तैयार है. साल 2017 में शिमला आने के दौरान उन्हें राष्ट्रपति निवास रिट्रीट देखने की टीस उनके मन में रह गई थी.
डगशाई जेल में कैदियों पर हुई थी जुल्मों-सितम की इंतहा, गांधी जी ने भी यहां गुजारे थे दो दिन
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक ऐसी जगह है जहां हमारे स्वतंत्रता सैनानियों को तकलीफें दी गईं. यह जगह है डगशाई जेल. इस जेल की पूरी कहानी ईटीवी भारत आपको आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर बताने जा रहा है. आखिर डगशाई जेल में रखे गए वो कौन लोग थे, जिन्होंने यहां यातनाएं सहीं. जानने के लिए पूरा लेख पढ़िए.
फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए रामपुर डाकघर में नौकरी कर रहा था जयपुर का युवक, मामला दर्ज
रामपुर में फर्जी दस्तवेजों का इस्तेमाल कर डाक विभाग में नौकरी करने का मामला सामने आया है. डाक विभाग के अधिकारियों ने जयपुर (राजस्थान) पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ थाने में शिकायत की. उसके बाद मामला दर्ज किया गया. अधिकारियों के मुताबिक सत्यापन के लिए जो सर्टिफिकेट दिया गया था वह फर्जी निकला.
Himachal Cabinet Meeting: शिक्षा विभाग में 8 हजार पदों पर होगी भर्ती, कैबिनेट में हुई चर्चा
प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग में जल्द ही आठ हजार के करीब मल्टी टास्क वर्करों की भर्ती करने वाली है. इनमें से चार हजार के करीब पद सीधी भर्ती से और चार हजार पद करुणामूलक कोटे से भरने की योजना बनाई जा रही है. जानकारी के अनुसार इस विषय पर आज कैबिनेट की बैठक में चर्चा हुई और उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाली कैबिनेट बैठकों में इसके लिए अनुमति दे दी जाएगी.
भाजपा को दिख रही थी हार, इसलिए टाले उपचुनाव: कुलदीप सिंह राठौर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उपचुनाव टालने के चुनाव आयोग के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह फैसला केंद्र सरकार के दवाब में लिया गया है. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि प्रदेश में लोगों में भी यही गुस्सा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को सामने देख भाजपा इन चुनावों से भाग खड़ी हुई है. उन्होंने कहा है कि देश प्रदेश में किसानों, बागवानों के जबरदस्त गुस्से की वजह इन चुनावों को टालने का एक मुख्य कारण है.
हेल्थ वर्करों से बोले सीएम जयराम, अगला लक्ष्य वयस्क आबादी का शत-प्रतिशत टीकाकरण
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के हेल्थ वर्करों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात की. प्रदेश सचिवालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हेल्थ वर्करों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का कोविड-19 टीकाकरण की पहली खुराक का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अगला लक्ष्य वयस्क आबादी का शत-प्रतिशत टीकाकरण करना होना चाहिए.
HAMIRPUR: दुकान में रखा था बिना बिल का सोना, विभाग ने वसूला 4 लाख रुपये जुर्माना
राज्य कर एवं आबकारी कराधान ने नादौन के एक व्यापारी से बिना बिल व टैक्स के 66 लाख 51 हजार रुपये का सोना पकड़ा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य कर एवं आबकारी विभाग को कुछ दिन पूर्व ही व्यापारी के पास बिना बिल व टैक्स का सोना होने का पता चला. जब पड़ताल की गई तो व्यापारी के पास से एक किलो 800 ग्राम के लगभग सोना बिना बिल व टैक्स के पाया गया.
IGMC प्रशासन ने सरबजीत सिंह बॉबी के लंगर को अवैध बताकर हटाया, पुलिस और लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की
जनवरी से प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में लंगर की जगह को लेकर चल रहा विवाद आज फिर हुआ. धक्का-मुक्की के बाद आईजीएमसी प्रशासन ने जगह को अवैध बताकर हटा दिया. लंगर में बड़ी संख्या में मरीज और उनके परिजनों को नि:शुल्क भोजन दिया जाता था. इस लंगर को करीब 6 साल से सरबजीत सिंह बॉबी चलाते थे.