आईएमए की चेतावनी, नहीं बरती सावधानी तो तीसरी लहर बहुत जल्द
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association-IMA) ने सरकार और लोगों के ढिलाई बरतने तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) का अनुपालन किए बगैर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को लेकर सोमवार को चिंता प्रकट की. साथ ही, उन्होंने कहा कि ये घटनाएं महामारी की तीसरी लहर (third wave of Pandemic) का मुख्य कारण बन सकती हैं.
हिमाचल में बारिश का कहर! नदी-नाले उफान पर... हाईवे समेत कई संपर्क मार्गों पर आवाजाही बाधित
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते नुकसान हुआ है. प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मूसलाधार बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. पर्यटन नगरी धर्मशाला के भागसूनाग में पानी के तेज बहाव में गाड़ियां बह गईं. नाले के आए उफान की वजह से होटल और घरों को काफी नुकसान हुआ है.
पानी के तेज बहाव में बह गई थी 9 साल की बच्ची, नगरोटा से कुछ दूरी पर युवाओं को मिला शव
पानी के तेज बहाव में बहने से कांगड़ा के नगरोटा बगवां के चाहड़ी में 9 साल के बच्ची की मौत हो गई है. नगरोटा से कुछ दूरी पर बच्ची का शव मिला.
कांगड़ा में बाढ़ का कहर! हेल्पलाइन नंबर जारी, अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश
कांगड़ा में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. जिले में चारो ओर तबाही मची हुई है. ऐसे में जिला प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है. डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 1077 या दूरभाष नंबर 01892 229050 जारी किया गया है. इन नंबर पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है.
हिमाचली बॉक्सर आशीष चौधरी से पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे बात, जानें क्यों
टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के बॉक्सर आशीष चौधरी (Ashish Chaudhary) पीएम नरेंद्र मोदी से रूबरू होंगे. अपनी बातचीत में प्रधानमंत्री आशीष से उनके खेल और ओलंपिक की तैयारियों को लेकर बातचीत करेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) देश के कुल 15 ओलंपिक खिलाड़ियों से बात करेंगे.
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का शिमला पहुंचने पर सीएम ने किया स्वागत
हिमाचल के राज्यपाल (नामित) राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Rajendra Vishwanath Arlekar) का सोमवार शाम शिमला पहुंचने पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर(Chief Minister Jai Ram Thakur) ने स्वागत (welcome) किया. हिमाचल प्रदेश के 28वें राज्यपाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर आज शपथ लेंगे.
Corona नियमों को ताक पर रखकर Enjoy कर रहे पर्यटक, वायरस की तीसरी लहर आने का कौन होगा जिम्मेदार ?
हिमाचल प्रदेश में अगर कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है तो उसका जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि लापरवाह पर्यटक ही होंगे. सरकार की ओर से पर्यटकों के लिए हिमाचल के द्वार खोल दिए गए हैं, पर्यटकों ने घूमना-फिरना भी शुरू कर दिया है. हालांकि पर्यटकों ने सरकार की छूट वाली बात को ही अपने कानों तक पहुंचने दिया. कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करने वाली बात को सुनना पर्यटक भूल गए.
पूर्व सीएम वीरभद्र की आत्मा की शांति के लिए होगी विशेष प्रार्थना सभा, 72 ब्लॉकों को भेजे जाएंगे अस्थि कलश
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की आत्मा की शांति के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में 15 जुलाई को सुबह 11 बजे एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान वीरभद्र सिंह के अस्थि कलश को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्षों की मौजूदगी में सभी 72 ब्लॉक अध्यक्षों को उनका एक-एक अस्थि कलश प्रदान किया जाएगा जो अपने अपने ब्लॉकों में पावन सरोवरों में इनका पूरी श्रद्धा के साथ 17 जुलाई को विसर्जन करेंगे.
हिमाचल में सक्षम गुड़िया हेल्पलाइन पर 6400 शिकायतें, 2018 में हुआ है बोर्ड का गठन
सक्षम गुड़िया बोर्ड की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस हेल्पलाइन पर लगभग 6400 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को सुरक्षित और बेहतर वातावरण प्रदान करना है ताकि वे अपनी इच्छानुसार किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें. उन्होंने कहा कि बोर्ड को महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के संबंध में अपने सुझाव देने के लिए आगे आना चाहिए.
अब मात्र पत्तों की तस्वीरें बताएंगी फसलों में लगी बीमारी, IIT मंडी ने तैयार किया ये मोबाइल एप्लीकेशन
आलू की खेती करने वालों के लिए आईआईटी मंडी (IIT Mandi) के शोधकर्ताओं ने एक आधुनिक तरीका ईजाद किया है. शोधकर्ताओं ने जटिल कम्प्यूटेशनल मॉडल से एक कंप्यूटर एप्लीकेशन का निर्माण किया है, जो आलू के पत्तों की तस्वीरों से ब्लाइट यानी झुलसा रोग का पता लगाएगा. आमतौर पर आलू को ब्लाइट रोग लगता है और यदि समय पर इसकी रोकथाम न की जाए तो यह एक सप्ताह के भीतर पूरी फसल को तबाह कर देता है.