शिमला: देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अगस्त के अंत तक दस्तक दे सकती है. ICMR के विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर का असर कम होगा, लेकिन यह पूरी देश में देखने को मिलेगी. वहीं, हिमाचल सरकार भी कोरोना की इस लहर से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
विशेषज्ञों का कहना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर अगस्त के अंत तक आ सकती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी लहर के मुकाबले थर्ड वेव का असर कम होगा. उन्होंने कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर भी पूरे देश में देखने को मिलेगी.
हिमाचल सीएम जयराम ठाकुर ने तीसरी लहर को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश में घूमने आने वाले सैलानियों को जागरूक किया जा रहा है.
सीएम ने सभी जिलों के डीसी को यह निर्देश दिया है कि सैरगाहों में प्रशासन के लोग पर्यटकों को जागरूक करें और इसका असर भी देखने को मिल रहा है. प्रशासन की अपील के बाद सैलानी भी कोरोना नियमों का पालन कर रहे हैं.
विशेषज्ञों की मानें तो तीसरी लहर के लिए मुख्य रूप से चार चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं. पहली और दूसरी लहर के दौरान लोगों में जो रोग प्रतिरोधक क्षमता हासिल हुई है, तो उनपर तीसरी लहर का असर देखने को मिल सकता है. कोरोना महामारी को लेकर जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, अगर कोई राज्य उसका पालन नहीं करता है तो कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिल सकती है.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि “हम सभी से अनुरोध करना चाहते हैं… जब हम कोविड की तीसरी लहर की बात करते हैं, तो हम इसे मौसम अपडेट की तरह ले रहे हैं और इसकी गंभीरता और अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझ रहे हैं. हमारा व्यवहार, तीसरी लहर का कारण बन सकता है.”
हालांकि, केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हिल्स स्टेशन पर सैलानियों द्वारा कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन होने पर चिंता जताई थी, साथ ही इस पर काबू पाने के लिए सभी प्रदेशों को आगाह किया था. इस निर्देश के बाद हिमाचल सरकार ने प्रदेश के प्रमुख सैरगाहों पर कोरोना नियम का पालन कराने के लिए निर्देश जारी किए.
डीजीपी संजय कुंडू ने प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के आदेश दिए थे. साथ ही, जो भी पर्यटक इन नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाए, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी आदेश जारी किए थे.
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