शिमला: हिमाचल प्रदेश के दो निर्दलीय विधायकों ने बीते दिन भाजपा का दामन थाम लिया है. वहीं, भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस ने इन दोनों निर्दलीय विधायकों को अयोग्य घोषित करने और विधानसभा अध्यक्ष दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष व स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा में शामिल हुए निर्दलीय विधायकों होशियार सिंह व प्रकाश राणा को अयोग्य घोषित करने की मांग की है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष दल-बदल कानून के तहत दोनों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करें. प्रकाश राणा व होशियार सिंह ने जोगिंद्रनगर व देहरा की जनता की भावनाओं से खिलवाड़ किया है. दोनों विधानसभा क्षेत्र की जनता (Independent MLA Join BJP in Himachal) ने प्रकाश राणा व होशियार सिंह को भाजपा के खिलाफ जनादेश देकर विधानसभा भेजा था. दोनों निर्दलीय विधायक (Hoshiyar Singh joins BJP) अब भाजपा में शामिल हो गए हैं, इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की जानी चाहिए. उन पर दल-बदल कानून लागू होता है.
विधानसभा अध्यक्ष स्वत संज्ञान लेते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई करें. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इन्हें (Prakash Rana joins BJP) अब विधानसभा सदस्य रहने का कोई अधिकार नहीं है. जनता ने इन्हें निर्दलीय चुनकर विधानसभा भेजा था. भाजपा में शामिल होने से पहले ये विधायक पद से इस्तीफा देते. सुक्खू ने कहा कि भाजपा का पत्ता विधानसभा चुनाव में पूरी तरह साफ होने वाला है. दोनों विधायक डूबती नैया में सवार हुए हैं.
वहीं, उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा, कांग्रेस में गुटबाजी की बात करती है लेकिन अब भाजपा में ही गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को भाजपा द्वारा दरकिनार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल प्रदेश में 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे और अब उनके कार्यकाल के दौरान मंत्री रहे नेताओं को दरकिनार कर निर्दलीयों को पार्टी में शामिल किया गया है. उन्होंने भाजपा को कांग्रेस पर टिप्पणी करने से पहले अपने वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करने की नसीहत भी दी.
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