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ICDEOL में प्रोफेशनल कोर्सेज बंद होने से एचपीयू को नुकसान, डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से नहीं मिली अनुमति

देश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज से मिलने वाली आय अब नहीं होगी. प्रोफेशनल कोर्सेज के बंद होने से फीस के रूप में जो आय एचपीयू को मिलती थी अब वह नहीं मिल पाएगी. इक्डोल में एमसीए, बीसीए और एमएससी गणित के साथ ही पीजीडीसीए जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज बंद हो चुके हैं.

students will not get admission in professional course in icdeol
एचपीयू इक्डोल
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Published : Feb 24, 2021, 8:02 PM IST

शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज से मिलने वाली आय अब नहीं होगी. एचपीयू के इस केंद्र में चल रहे है, प्रोफेशनल कोर्स बंद हो चुके हैं.

ये प्रोफेशनल कोर्सेज बंद

इन प्रोफेशनल कोर्सेज के बंद होने से फीस के रूप में जो आय एचपीयू को मिलती थी अब वह नहीं मिल पाएगी. इक्डोल में एमसीए, बीसीए और एमएससी गणित के साथ ही पीजीडीसीए जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज बंद हो चुके हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने कोर्स में प्रवेश की नहीं दी मंजूरी

इक्डोल में हर साल इन कोर्सेज में हजारों की संख्या में छात्र प्रवेश लेते थे. प्रवेश लेने वाले छात्रों से प्राप्त होने वाली फीस से अच्छी आए एचपीयू को होती थी, लेकिन इस बार कोर्स में प्रवेश को लेकर मंजूरी डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो की तरफ से नहीं दी गई है. ऐसे में अब यह तय है कि यह कोर्स इक्डोल में नहीं चलेंगे और ना ही इनमें प्रवेश छात्रों को मिल पाएगा.

एचपीयू की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव

इक्डोल में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज में छात्रों की फीस भी अधिक थी और यही वह कोर्सेज थे, जिनके चलने से विश्वविद्यालय को भी आर्थिक रूप से लाभ होता था, ऐसे में इनके बंद कर होने से एचपीयू की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ना तय है.

यूजीसी नेट से 3.26 सीजीपीए ग्रेड होना जरूरी

इन प्रोफेशनल कोर्सेज के बंद होने की पीछे की वजह इक्डोल के पास यूजीसी नेट से 3.26 अंक ना होना है. भले ही यूजीसी ने डिस्टेंस एजुकेशनल संस्थानों को नैक से प्राप्त सीजीपीए ग्रेड में छूट दी थी, लेकिन साइंस विषयों के लिए अभी भी नैक से 3.26 सीजीपीए ग्रेड होना अभी भी अनिवार्य रखा गया है.

साइंस विषयों में छात्रों को प्रवेश की अनुमति नहीं

एचपीयू इक्डोल के पास यह सीजीपीए ग्रेड नहीं है. यहीं वजह है कि डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो की ओर से इक्डोल को साइंस विषयों में छात्रों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है, जिसका खामियाजा अब एचपीयू को भी उठाना होगा.

डिप्लोमा ओर यूजी कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया शुरू

इक्डोल को इस बार मात्र 17 पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज के साथ ही यूजी कोर्स में प्रवेश की अनुमति मिली है. वहीं, सभी डिप्लोमा कोर्सेज की अवधि को भी 1 साल से बढ़ा कर अब दो साल कर दिया गया है. वहीं, इक्डोल के निदेशक प्रो. कुलवंत सिंह पठानिया ने भी माना है कि अभी मात्र पीजी कोर्सेज के साथ ही डिप्लोमा ओर यूजी कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति इक्डोल को मिली है. जबकी साइंस विषयों को लेकर अनुमति डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से नहीं मिल पाई है.

ये भी पढ़ें: सफाई व्यवस्था से नाखुश हमीरपुरवासी, नगर परिषद की नजर में सब कुछ 'चकाचक'

शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज से मिलने वाली आय अब नहीं होगी. एचपीयू के इस केंद्र में चल रहे है, प्रोफेशनल कोर्स बंद हो चुके हैं.

ये प्रोफेशनल कोर्सेज बंद

इन प्रोफेशनल कोर्सेज के बंद होने से फीस के रूप में जो आय एचपीयू को मिलती थी अब वह नहीं मिल पाएगी. इक्डोल में एमसीए, बीसीए और एमएससी गणित के साथ ही पीजीडीसीए जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज बंद हो चुके हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने कोर्स में प्रवेश की नहीं दी मंजूरी

इक्डोल में हर साल इन कोर्सेज में हजारों की संख्या में छात्र प्रवेश लेते थे. प्रवेश लेने वाले छात्रों से प्राप्त होने वाली फीस से अच्छी आए एचपीयू को होती थी, लेकिन इस बार कोर्स में प्रवेश को लेकर मंजूरी डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो की तरफ से नहीं दी गई है. ऐसे में अब यह तय है कि यह कोर्स इक्डोल में नहीं चलेंगे और ना ही इनमें प्रवेश छात्रों को मिल पाएगा.

एचपीयू की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव

इक्डोल में चल रहे प्रोफेशनल कोर्सेज में छात्रों की फीस भी अधिक थी और यही वह कोर्सेज थे, जिनके चलने से विश्वविद्यालय को भी आर्थिक रूप से लाभ होता था, ऐसे में इनके बंद कर होने से एचपीयू की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ना तय है.

यूजीसी नेट से 3.26 सीजीपीए ग्रेड होना जरूरी

इन प्रोफेशनल कोर्सेज के बंद होने की पीछे की वजह इक्डोल के पास यूजीसी नेट से 3.26 अंक ना होना है. भले ही यूजीसी ने डिस्टेंस एजुकेशनल संस्थानों को नैक से प्राप्त सीजीपीए ग्रेड में छूट दी थी, लेकिन साइंस विषयों के लिए अभी भी नैक से 3.26 सीजीपीए ग्रेड होना अभी भी अनिवार्य रखा गया है.

साइंस विषयों में छात्रों को प्रवेश की अनुमति नहीं

एचपीयू इक्डोल के पास यह सीजीपीए ग्रेड नहीं है. यहीं वजह है कि डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो की ओर से इक्डोल को साइंस विषयों में छात्रों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है, जिसका खामियाजा अब एचपीयू को भी उठाना होगा.

डिप्लोमा ओर यूजी कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया शुरू

इक्डोल को इस बार मात्र 17 पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज के साथ ही यूजी कोर्स में प्रवेश की अनुमति मिली है. वहीं, सभी डिप्लोमा कोर्सेज की अवधि को भी 1 साल से बढ़ा कर अब दो साल कर दिया गया है. वहीं, इक्डोल के निदेशक प्रो. कुलवंत सिंह पठानिया ने भी माना है कि अभी मात्र पीजी कोर्सेज के साथ ही डिप्लोमा ओर यूजी कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति इक्डोल को मिली है. जबकी साइंस विषयों को लेकर अनुमति डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो से नहीं मिल पाई है.

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