शिमलाः प्रदेश में रविवार को हुई कंडक्टर भर्ती में पेपर लीक मामले में पुलिस हरकत में आ गई है और अब मामले की जांच पुलिस एसआईटी करेगी. इस मामले की जांच के लिए 7 सदस्य एसआईटी का गठन किया गया है. इस बारे में डीजीपी संजय कुंडू ने आदेश जारी किए हैं. अब ये टीम मामले की जांच करेगी. पेपर लीक मामले अभी तक 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.
पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में तीन आईपीएस अधिकारी और 5 एचपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है. एसआईटी डीआईजी क्राइम विमल गुप्ता के नेतृत्व में गठित की गई है. उनके टीम में 7 सदस्य हैं. इसमें विमुक्त रंजन एसपी कांगड़ा, मोहित चावला एसपी शिमला, संदीप धवल एचपीएस एसपी सीआईडी शिमला, अशोक कुमार एचपीएस एएसपी सोलन, रेणु कुमारी डीएसपी हमीरपुर, करण सिंह गुलेरिया डीएसपी हेड कवाटर मंडी शामिल हैं. ये एसआईटी विभिन्न जिलों में परीक्षा में पाई गई अनिमियता की जांच करेगी.
गौरतलब है कि शिमला में रविवार को निजी विश्वविद्याय में बनाए गए परीक्षा केंद्र में एचआरटीसी बस कंडक्टर परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी मोबाइल लेकर पहुंचा था. आरोप है कि अभ्यर्थी ने अपने मोबाइल से प्रश्न पत्र की तस्वीरें खींचकर अपने भाई को भेजी थी. मोबाइल से तस्वीरें खींचते समय निरीक्षक ने उसे पकड़ लिया था. इसी बीच सोशल मीडिया पर कंडक्टर परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. इसके बाद केंद्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी और देर शाम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था.
बता दें कि कर्मचारी आयोग की ओर से कंडक्टर के 568 पदों के लिए करीब 60 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. प्रदेशभर में 304 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.
ये भी पढ़ें- हिमाचल में कोरोना से 2 और लोगों ने गंवाई जान, मौत का आंकड़ा पहुंचा 267
ये भी पढ़ें- कंडक्टर भर्ती परीक्षा: पेपर लीक मामले में HPSSC की शिकायत पर शाहपुर थाने में केस दर्ज