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हिमाचल के लिए अच्छी खबर: मेडिकल डिवाइस पार्क से जुड़े 810 करोड़ के निवेश के एमओयू

सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि सोलन के नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित मेडिकल डिवाइस पार्क (CM Jairam Thakur on Medical Device Park) में निवेशकों के साथ सोमवार को 810 करोड़ रुपये के 15 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य क्रियान्वयन एजेंसी एसआईए का प्रारूप तैयार किया जा चुका है, जो पार्क को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी.

CM Jairam Thakur on Medical Device Park
मेडिकल डिवाइस पार्क को लेकर एमओयू पर साइन
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Published : Mar 21, 2022, 8:43 PM IST

शिमला: हिमाचल के लिए एक अच्छी खबर है. राज्य में मेडिकल डिवाइस पार्क से जुड़े 810 करोड़ रुपए के निवेश को लेकर एमओयू हस्ताक्षरित किए गए हैं. सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि सोलन के नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित मेडिकल डिवाइस पार्क (CM Jairam Thakur on Medical Device Park) में निवेशकों के साथ सोमवार को 810 करोड़ रुपये के 15 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना की कुल लागत 350 करोड़ रुपये है. इसमें से केंद्र सरकार की तरफ से पार्क में सामान्य वैज्ञानिक सुविधाओं को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये का सहायता अनुदान मिलेगा.

उन्होंने कहा कि इस पार्क में सेंटर फॉर इनोवशन एंड बायोडिजाइन, पीजी चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़ का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी होगा. इसके लिए संस्थान के प्रधान अन्वेषक डॉ. वीरेंद्र गर्ग के साथ विस्तृत विचार विमर्श किया गया है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उद्योग विभाग संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य क्रियान्वयन एजेंसी एसआईए का प्रारूप तैयार किया जा चुका है, जो पार्क को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पर्यावरण स्वीकृति और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सल्टेंसी के लिए पहले ही निविदा आमंत्रित कर ली है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार अब प्रौद्योगिकी और निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोगी देश (पार्टनर कंट्री) के कंसेप्ट पर विचार कर रही है. इसके अलावा, मेडिकल डिवाइसेस पार्क के लिए देश और विदेश में उत्कृष्ट चिकित्सा उपकरण निर्माण के लिए विख्यात शहरों में निवेश आउटरीच आयोजित किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि निदेशक उद्योग एवं एचपीएसआईडीसी के प्रबन्ध निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने राज्य सरकार की ओर से जिला सोलन के नालागढ़ में समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए.

सीएम जयराम उन्होंने बताया कि हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में डिस्पोजेबल सीरिंज, कार्डियक स्टेंट, मेडिकल कैथेटर, एक्सरे, ईईजी, ईएमजी, स्पाइरोमीटर, आईवीडी उत्पाद, ऑर्थोपेडिक इम्पलांट्स, ब्लड बैंक उपकरण, ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, बीपी मॉनिटर, इलेक्ट्रॉनिक थर्मामीटर, ऑडियोलॉजी उत्पाद, आईसीयू वेंटिलेटर, एनेस्थीसिया मशीन, बेस्टिबुलर उत्पाद, बायो सिग्नल रिकॉर्डर, डायग्नोस्टिक उपकरण, ओटी उत्पाद, आईसीयू बिस्तर जैसे उत्पाद शामिल हैं. इनमें से अधिकतर प्रस्तावित निवेशक जिनके साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए हैं. पहले से ही चिकित्सा उपकराणों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और निर्यात में भी योगदान दे रहे हैं.

मोहाली चिकित्सा उपकरण कलस्टर के 7-8 सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने भी इस पार्क में इकाई स्थापित करने में गहरी रूचि दिखाई. उन्होंने विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर (medical device park in Himachal) किए. वहीं, इस 70 करोड़ रुपये से स्थापित होने वाली उक्त इकाई में 300 युवाओं को रोजगार मिल सकेगा.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में मिशन रिपीट को लेकर बीजेपी का मंथन शुरू, धूमल बोले: 'आप' जैसे कई विकल्प आए और गए

शिमला: हिमाचल के लिए एक अच्छी खबर है. राज्य में मेडिकल डिवाइस पार्क से जुड़े 810 करोड़ रुपए के निवेश को लेकर एमओयू हस्ताक्षरित किए गए हैं. सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि सोलन के नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित मेडिकल डिवाइस पार्क (CM Jairam Thakur on Medical Device Park) में निवेशकों के साथ सोमवार को 810 करोड़ रुपये के 15 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना की कुल लागत 350 करोड़ रुपये है. इसमें से केंद्र सरकार की तरफ से पार्क में सामान्य वैज्ञानिक सुविधाओं को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये का सहायता अनुदान मिलेगा.

उन्होंने कहा कि इस पार्क में सेंटर फॉर इनोवशन एंड बायोडिजाइन, पीजी चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चंडीगढ़ का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी होगा. इसके लिए संस्थान के प्रधान अन्वेषक डॉ. वीरेंद्र गर्ग के साथ विस्तृत विचार विमर्श किया गया है. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उद्योग विभाग संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य क्रियान्वयन एजेंसी एसआईए का प्रारूप तैयार किया जा चुका है, जो पार्क को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पर्यावरण स्वीकृति और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सल्टेंसी के लिए पहले ही निविदा आमंत्रित कर ली है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार अब प्रौद्योगिकी और निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोगी देश (पार्टनर कंट्री) के कंसेप्ट पर विचार कर रही है. इसके अलावा, मेडिकल डिवाइसेस पार्क के लिए देश और विदेश में उत्कृष्ट चिकित्सा उपकरण निर्माण के लिए विख्यात शहरों में निवेश आउटरीच आयोजित किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि निदेशक उद्योग एवं एचपीएसआईडीसी के प्रबन्ध निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने राज्य सरकार की ओर से जिला सोलन के नालागढ़ में समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए.

सीएम जयराम उन्होंने बताया कि हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में डिस्पोजेबल सीरिंज, कार्डियक स्टेंट, मेडिकल कैथेटर, एक्सरे, ईईजी, ईएमजी, स्पाइरोमीटर, आईवीडी उत्पाद, ऑर्थोपेडिक इम्पलांट्स, ब्लड बैंक उपकरण, ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, बीपी मॉनिटर, इलेक्ट्रॉनिक थर्मामीटर, ऑडियोलॉजी उत्पाद, आईसीयू वेंटिलेटर, एनेस्थीसिया मशीन, बेस्टिबुलर उत्पाद, बायो सिग्नल रिकॉर्डर, डायग्नोस्टिक उपकरण, ओटी उत्पाद, आईसीयू बिस्तर जैसे उत्पाद शामिल हैं. इनमें से अधिकतर प्रस्तावित निवेशक जिनके साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए हैं. पहले से ही चिकित्सा उपकराणों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और निर्यात में भी योगदान दे रहे हैं.

मोहाली चिकित्सा उपकरण कलस्टर के 7-8 सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने भी इस पार्क में इकाई स्थापित करने में गहरी रूचि दिखाई. उन्होंने विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर (medical device park in Himachal) किए. वहीं, इस 70 करोड़ रुपये से स्थापित होने वाली उक्त इकाई में 300 युवाओं को रोजगार मिल सकेगा.

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