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शिमला रेप मामला: पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही पीड़िता, केस वापस लेने की मांग

पीड़िता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इनकार कर दिया था. अब पीड़िता पुलिस जांच में भी सहयोग नहीं कर रही है. बताया जा रहा है कि गुरुवार को एडीए लॉ एंड ऑर्डर गुरुवार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.

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Published : May 1, 2019, 11:37 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में नया मोड़ आ गया है. दुष्कर्म पीड़िता अपनी शिकायत वापस लेने को पूरी तरह से तैयार हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जहां युवती ने कोर्ट में साफ कहा था कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है. अब युवती पुलिस से भी शिकायत और बयान वापस लेने की बात कहकर जांच में सहयोग नहीं कर रही है. ऐसे में अब पुलिस भी युवती से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है.

बताया जा रहा है कि जब पुलिस युवती से पूछताछ करने गई थी तो युवती ने सीधे शब्दों में कहा कि जब एक बार उसने तय कर लिया है कि शिकायत वापस लेनी है तो बार-बार उससे पूछताछ क्यों की जा रही है. ऐसे में पुलिस को अब मामले की कार्रवाई करने में मुश्किल हो गई है.

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पीड़िता द्वारा बलात्कार के आरोप से इनकार करने के बावजूद विशेष जांच दल एसआईटी अपनी कार्रवाई जारी रखेगी और मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव की मजिस्ट्रियल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जाएगी. बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ की है, लेकिन अभी रिपोर्ट को नहीं सौंपा है. मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: शिमला रेप कांड में बड़ा खुलासा, पीड़िता के अपहरण का नहीं मिला कोई साक्ष्य

आपको बता दें कि पीड़िता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इनकार कर दिया था. बताया जा रहा है कि पीड़िता गुड़िया हेल्पलाइन का नंबर लेने के लिए रविवार शाम को लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर गई थी और बाद में रात करीब 10 बजे फोन करके आरोप लगाया था कि उसे ढल्ली सुरंग के पास अगवा करके उसके साथ दुराचार किया गया था.

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युवती का यह आरोप था कि लक्कड़ बजार चौकी वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी. ऐसे में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. अब अधिकारी को मजिस्ट्रेट जांच को अब पूरा करना ही होगा. जांच में यह खुलासा होगा की युवती ने पुलिस को शिकायत दर्ज करने को कहा था या नहीं. अगर युवती ने शिकायत लक्कड़ बाजार चौकी में दी होगी तो पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है. बताया जा रहा है कि एडीए लॉ एंड ऑर्डर गुरुवार को रिपोर्ट सौंपेगी.

ये भी पढ़ें: शिमला रेप कांड: कांग्रेस का आरोप- मामला दबाने के लिए सरकार पीड़िता पर बना रही दबाव

मेडिकल रिपोर्ट में भी उलझी पुलिस
मेडिकल रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है. बताया जा रहा है कि पहले जो मेडिकल रिपोर्ट आई थी उसे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे. ऐसे में फाइल ओपीनियन फिर से मांगी गई है, लेकिन अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है. सुत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कुछ प्रतिशत ठीक नहीं थी ऐसे में फाइनल ओपीनियन मांगी गई है.

वहीं, एसपी शिमला ओमापति जम्वाल का कहना है कि एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है. मामले की गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया है. उसमें अपहरण के कुछ पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं. मामले को लेकर कार्रवाई जारी है.

शिमला: राजधानी शिमला में 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में नया मोड़ आ गया है. दुष्कर्म पीड़िता अपनी शिकायत वापस लेने को पूरी तरह से तैयार हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जहां युवती ने कोर्ट में साफ कहा था कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है. अब युवती पुलिस से भी शिकायत और बयान वापस लेने की बात कहकर जांच में सहयोग नहीं कर रही है. ऐसे में अब पुलिस भी युवती से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है.

बताया जा रहा है कि जब पुलिस युवती से पूछताछ करने गई थी तो युवती ने सीधे शब्दों में कहा कि जब एक बार उसने तय कर लिया है कि शिकायत वापस लेनी है तो बार-बार उससे पूछताछ क्यों की जा रही है. ऐसे में पुलिस को अब मामले की कार्रवाई करने में मुश्किल हो गई है.

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पीड़िता द्वारा बलात्कार के आरोप से इनकार करने के बावजूद विशेष जांच दल एसआईटी अपनी कार्रवाई जारी रखेगी और मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव की मजिस्ट्रियल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जाएगी. बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ की है, लेकिन अभी रिपोर्ट को नहीं सौंपा है. मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.

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आपको बता दें कि पीड़िता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इनकार कर दिया था. बताया जा रहा है कि पीड़िता गुड़िया हेल्पलाइन का नंबर लेने के लिए रविवार शाम को लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर गई थी और बाद में रात करीब 10 बजे फोन करके आरोप लगाया था कि उसे ढल्ली सुरंग के पास अगवा करके उसके साथ दुराचार किया गया था.

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युवती का यह आरोप था कि लक्कड़ बजार चौकी वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी. ऐसे में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. अब अधिकारी को मजिस्ट्रेट जांच को अब पूरा करना ही होगा. जांच में यह खुलासा होगा की युवती ने पुलिस को शिकायत दर्ज करने को कहा था या नहीं. अगर युवती ने शिकायत लक्कड़ बाजार चौकी में दी होगी तो पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है. बताया जा रहा है कि एडीए लॉ एंड ऑर्डर गुरुवार को रिपोर्ट सौंपेगी.

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मेडिकल रिपोर्ट में भी उलझी पुलिस
मेडिकल रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है. बताया जा रहा है कि पहले जो मेडिकल रिपोर्ट आई थी उसे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे. ऐसे में फाइल ओपीनियन फिर से मांगी गई है, लेकिन अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है. सुत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कुछ प्रतिशत ठीक नहीं थी ऐसे में फाइनल ओपीनियन मांगी गई है.

वहीं, एसपी शिमला ओमापति जम्वाल का कहना है कि एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है. मामले की गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया है. उसमें अपहरण के कुछ पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं. मामले को लेकर कार्रवाई जारी है.

पुलिस का भी सहयोग नहीं कर रही युवति

युवति से पुलिस को पूछताछ करनी हुई मुश्किल

कोर्ट के बाद अब पुलिस से भी अपनी शिकायत को वापिस लेने को कह रही युवति

ए.डी.एम. लॉ एंड ऑर्डर ने नहीं सौंपी मजिस्ट्रियल रिपोर्ट

शिमला।

दुष्कर्म पीडि़त युवति अपना शिकायत वापिस लेने को पूरी तरह से तैयार हो गई है। सुत्रों के मुताबिक जहां युवति ने कोर्ट में साफ कहा था कि वह अपनी शिकायत वापिस लेना चाहती है वहीं युवति पुलिस से भी अब यही कह रही है कि वह अपनी शिकायत वापिस लेना चाहती है। ऐसे में अब पुलिस भी युवति से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है। बताया जा रहा है कि जब पुलिस युवति से पूछताछ करने गई थी तो युवति ने सीधे शबदों में कहा कि जब एक बार तय कर लिया है कि शिकायत वापिस लेनी है तो बार-बार क्यों पूछताछ की जा रही है। दुष्कर्म के इस मामले को लेकर अब नया मोड़ आ गया है। इस मामले में अब युवति पुलिस का भी सहयोग नहीं कर रही है। ऐसे में पुलिस को अब मामले की कार्रवाई करना मुश्किल हो गई है। पुलिस युवति से अब कुछ ज्यादा नहीं पूछ रही है। 19 वर्षीय पीडि़ता द्वारा बलात्कार के आरोप से इनकार करने के बावजूद विशेष जांच दल एस.आई.टी. अपनी कार्रवाई जारी रखेगी और मामले की निषपक्ष जांच करेंगी। ए.डी.एम. लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव की मजिस्ट्रियल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जाएगी। बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ पुलिस कर्मियों से पूछताछ की है, लेकिन अभी रिपोर्ट को नहीं सौंपा है। बताया जा रहा है कि मजिस्ट्रियल जांच की सामग्री को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। पीडि़ता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इनकार कर दिया था। वह गुडिय़ा हेल्पलाइन का नंबर लेने के लिए रविवार शाम को लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर गई थी और बाद में रात करीब 10 बजे फोन करके आरोप लगाया था कि उसे ढल्ली सुरंग के पास अगवा किया गया था और उसके साथ दुराचार किया गया था। युवति का यह आरोप था कि लक्कड़ बजार चौकी वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी। ऐसे में मुखयमंत्री ने मजिस्ट्रीट जांच के आदेश दिए है। अब अधिकारी को मजिस्ट्रीट जांच को अब पूरा करना ही होगा। मजिस्ट्रीट जांच में यह खुलासा होगा की युवति ने पुलिस को शिकायत दर्ज करने को कहा था या नहीं। अगर युवति ने शिकायत लक्कड़ बाजार चौकी में दी होगी तो पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है। बताया जा रहा है कि ए.डी.एम. लॉ एंड ऑर्डर आज यानी वीरवार को मजिस्ट्रीयल रिपोर्ट सौंपेगी।

मैडिकल रिपोर्ट में भी उलसी पुलिस

मैडिकल रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है। बताया जा रहा है कि जो पहले मैडिकल रिपोर्ट आई थी उसे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे। ऐसे में फाइल ओपीनियन फिर से मांगी गई है, लेकिन अभी तक फाईनल रिपोर्ट नहीं आई है। सुत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कुछ प्रतिशत ठीक नहीं थी ऐसे में फाईनल ओपीनियन मांगी गई है। पुलिस अब फाइनल ओपीनियन क इंतजार कर रही है।

एस.आई.टी. ने अपना काम शुरू कर दिया है। मामले की गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। सी.सी.टी.वी. कैमरे को खंगाला गया है। उसमें अपहरण के कुछ पुखता सबूत हाथ नहीं लगे है। मामले को लेकर कार्रवाई जारी है।

-ओमापति जंवाल एस.पी. शिमला।





 

 

 

 

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