शिमला: राजधानी शिमला में 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में नया मोड़ आ गया है. दुष्कर्म पीड़िता अपनी शिकायत वापस लेने को पूरी तरह से तैयार हो गई है. सूत्रों के मुताबिक जहां युवती ने कोर्ट में साफ कहा था कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है. अब युवती पुलिस से भी शिकायत और बयान वापस लेने की बात कहकर जांच में सहयोग नहीं कर रही है. ऐसे में अब पुलिस भी युवती से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है.
बताया जा रहा है कि जब पुलिस युवती से पूछताछ करने गई थी तो युवती ने सीधे शब्दों में कहा कि जब एक बार उसने तय कर लिया है कि शिकायत वापस लेनी है तो बार-बार उससे पूछताछ क्यों की जा रही है. ऐसे में पुलिस को अब मामले की कार्रवाई करने में मुश्किल हो गई है.
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पीड़िता द्वारा बलात्कार के आरोप से इनकार करने के बावजूद विशेष जांच दल एसआईटी अपनी कार्रवाई जारी रखेगी और मामले की निष्पक्ष जांच करेगी. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव की मजिस्ट्रियल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जाएगी. बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ पुलिस कर्मियों से भी पूछताछ की है, लेकिन अभी रिपोर्ट को नहीं सौंपा है. मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
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आपको बता दें कि पीड़िता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इनकार कर दिया था. बताया जा रहा है कि पीड़िता गुड़िया हेल्पलाइन का नंबर लेने के लिए रविवार शाम को लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर गई थी और बाद में रात करीब 10 बजे फोन करके आरोप लगाया था कि उसे ढल्ली सुरंग के पास अगवा करके उसके साथ दुराचार किया गया था.
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युवती का यह आरोप था कि लक्कड़ बजार चौकी वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी. ऐसे में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. अब अधिकारी को मजिस्ट्रेट जांच को अब पूरा करना ही होगा. जांच में यह खुलासा होगा की युवती ने पुलिस को शिकायत दर्ज करने को कहा था या नहीं. अगर युवती ने शिकायत लक्कड़ बाजार चौकी में दी होगी तो पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है. बताया जा रहा है कि एडीए लॉ एंड ऑर्डर गुरुवार को रिपोर्ट सौंपेगी.
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मेडिकल रिपोर्ट में भी उलझी पुलिस
मेडिकल रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है. बताया जा रहा है कि पहले जो मेडिकल रिपोर्ट आई थी उसे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे. ऐसे में फाइल ओपीनियन फिर से मांगी गई है, लेकिन अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है. सुत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में कुछ प्रतिशत ठीक नहीं थी ऐसे में फाइनल ओपीनियन मांगी गई है.
वहीं, एसपी शिमला ओमापति जम्वाल का कहना है कि एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है. मामले की गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला गया है. उसमें अपहरण के कुछ पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं. मामले को लेकर कार्रवाई जारी है.