शिमलाः लेखा परीक्षा एवं लेखा हकदारी संघ ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. अखिल भारतीय पेंशनर दिवस के अवसर पर लेखा परीक्षा एवं लेखा हकदारी संघ की ओर से शिमला में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस अवसर पेशनरों के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.
सम्मेलन में 7वें वेतन आयोग, मेडिकल बिल की सुविधा, न्यूनतम पेंशन 50% से 60% करने की मांग, फिक्स चिकित्सा भत्ते को 1000 से 2000 प्रतिमाह करने की मांग, नई पेंशन स्कीम के स्थान पर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग और कांगड़ा में सीजीएचएस वैलनेस सेंटर खोलने की स्वीकृति की मांग को जोरशोर से उठाया गया.
लेखा परीक्षा एवं लेखा हकदारी संघ के अध्यक्ष जगमोहन ठाकुर का कहना है कि पिछले तीन वर्षों से चिकित्सा दावों के भुकतान अभी तक नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्य वित्तमंत्री के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया, लेकिन अभी तक इसमें कोई कार्य नहीं हुआ है.
हकदारी संघ के अध्यक्ष ने कहा कि अगर कार्य में सुधार नहीं किया गया तो पेंशनर शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि पहले चरण में पोस्टकार्ड अभियान एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से रोष प्रकट किया जयेगा. अगर सरकार ने फिर भी मांगे नहीं मानी तो संघ 8 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेगा.
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