शिमला: शिमला में एसएफआई ने सोमवार को पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि (SFI pays tribute to martyrs) 3 साल पहले कश्मीर के पुलवामा इलाके में शहीद हुए 40 भारतीयों अर्धसैनिक बल के जवानों जिन्हें हम CRPF के नाम से जानते है उन्हें याद करते हुए भावपूर्ण श्रृद्धांजलि अर्पित की व साथ ही शहीद हुए जवानों के लिए सरकार द्वारा किए गए वादों को लेकर धरना प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती देश के (SFI pays tribute to martyrs) आंतरिक खतरों जिनमें नक्सल समस्या, महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा, VIP सिक्योरिटी या अन्य आंतरिक मोर्चों के लिए होती है. सीआरपीएफ के जवान दिन-रात देश की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं. उन्होंने शहीद हुए जवानों के लिए सरकार द्वारा किए गए वादों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की सरकार द्वारा महज शहीदों के नाम पर राजनीति की गई है.
छात्र नेताओं का कहना है कि देश व प्रदेश की सरकार द्वारा (SFI TARGETS BJP GOVT) शहीदों के परिवार को मुवावजा और नौकरियां देने का जो वायदा किया गया था सरकार उसे पूरा नहीं कर पाई है. आज 3 साल पुरे होने पर भी शहीदों के परिवार पेंशन व मुवावजे के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. यह भाजपा सरकार के नकारात्मक चरित्र को दर्शाता है.
भाजपा द्वारा सिर्फ देश में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है व धर्म के नाम पर राजनीति करके (SFI protest in Shimla) लोगों को बांटा जा रहा है. एसएफआई ने सरकार से मांग की है कि शहीदों के परिवार को मुवावजा दिया जाए अन्यथा आने वाले चुनाव में एसएफआई भाजपा के इस नकारात्मक चरित्र का विरोध करेगी.
ये भी पढ़ें: करूणामूलकों के अनशन को 200 दिन हुए पूरे, जयराम सरकार के मंत्रियों के लिए किया सद्बुद्धि यज्ञ