शिमला: राजधानी शिमला में हो रही भारी बारिश के चलते शहर को पेयजल आपूर्ति करने वाली परियोजना में गाद आने के कारण आपूर्ति बाधित हो रही है. गिरी परियोजना के साथ कैचमेंट एरिया में मिट्टी बारिश के पानी के साथ बहकर परियोजना में आ गई जिसके चलते शहर में शनिवार को कम पेयजल आपूर्ति हुई.
इस वजह से राजधानी के कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई शनिवार को बाधित हुई, जबकि रविवार को भी परियोजनाओं से कम पानी की आपूर्ति होगी. शिमला में हर दिन 49 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है, लेकिन शनिवार को 34 एमएलडी पानी ही शहर में आया. गाद आने के कारण शिमला जल प्रबंधन निगम को पंपिंग रोकनी पड़ी.
गिरी परियोजना से शनिवार को 8.13 एमएलडी पानी की ही आपूर्ति हो पाई. इस कारण शहर के कई हिस्सों में शनिवार को पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई. गिरी नदी के दोनों छोर पर निजी व सरकारी निर्माण कार्यों से निकल रही मिट्टी को अवैध रूप से डाला जा रहा है.
अब बरसात में वह मिट्टी खिसककर सीधे नदी में पहुंच रही है. इससे पानी इतना गंदा हो गया है कि शहर के लिए पानी की पंपिंग को बंद करना पड़ा है, जिससे शहर में पानी की सप्लाई बाधित हो गई है. इसके कारण शहरवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है.
गिरी नदी से शिमला को पानी पहुंचाने के लिए तैयार की गई योजना से 20 एमएलडी पानी हर दिन आता है. वहीं, गाद के कारण अब लोगों को मटमैला पानी मिल रहा है.
जल निगम के एमडी धर्मेंद्र गिल ने कहा कि गिरी परियोजना में गाद आने से शनिवार को पंपिंग नहीं हो पाई है जिससे पानी की सप्लाई कम हो गई है. रविवार को पंपिंग होने की उम्मीद है, ऐसे में शहर में पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी.
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