शिमला: हिमाचल पुलिस विभाग ड्रग्स ट्रैफिक से जुड़े मामलों का रिकॉर्ड रखने के लिए रजिस्टर नंबर 29 की शुरुआत करने जा रहा है. गुरुवार को इस रजिस्टर के संबंध में जानकारी देते हुए डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि इस रजिस्टर में ड्रग्स और साइकोट्रोपिक्स के संबंध में आपराधिक मामलों में शामिल व्यक्तियों का विवरण होगा. एक नवंबर से प्रदेश के सभी थानों में इस रजिस्टर में एंट्री शुरू हो जाएगी.
हिमाचल पुलिस के मुखिया ने कहा कि प्रदेश में हेरोइन (चिट्टा) और सिंथेटिक दवाओं की तस्करी के साथ-साथ भांग की अवैध खेती की समस्याएं हैं, इसलिए ड्रग्स तस्करों की अधिक बारीकी और व्यापक निगरानी की आवश्यकता महसूस की गई. यह नया रजिस्टर (नंबर 29) पुलिस अधिकारियों को नशीले पदार्थों की तस्करी की निगरानी और अधिक प्रभावी ढंग से करना सुगम करेगा और नशीली दवाओं से संबंधित मामलों की घटनाओं को कम करने में भी मदद करेगा.
पुलिस महकमें ने अज्ञात शवों, आत्महत्याओं और लापता महिलाओं और बच्चों की निगरानी के लिए रजिस्टर नंबर 27 शुरूआत इसी साल की थी. जिनपर इन मामलों की निरंतर एंट्री की जाती है, ताकि भविष्य में किसी अपराधी की पूरी जानकारी मिल सके. रजिस्टर नंबर 29 नए पुलिस रंगरूटों के पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाएगा.
गौरतलब है कि प्रदेश में नशे का काला कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है. आये दिन पुलिस बड़ी मात्रा में चिट्टा तस्करों को पकड़ रही है. पुलिस ने अब नशे में संलिप्त विदेशी तस्करों को भी पकड़ने में सफलता प्राप्त की है. बीते महीने शिमला में पुलिस ने चेन की आधार पर दिल्ली से कई विदेशी तस्करों को गिरफ्तार कर हिमाचल लाई थी.
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