किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओ महाविद्यालय में शिक्षकों की कमीं के चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे गुस्साए छात्र संगठन ने सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
केंद्रीय छात्र संघ रिकांगपिओ के छात्रों ने प्रदेश सरकार से अपनी मांगों को पूरा नही करने पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है. संघ की मांग है कि जब तक महाविद्यालय के मांग पूरी नही होती हड़ताल जारी रहेगी.
इस बारे में केंद्रीय छात्र संघ रिकांगपिओ के अध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि पिछले दो सालों से रिकांगपिओ महाविद्यालय में अध्यापकों की कमी के चलते छात्रो का भविष्य दांव पर लगा है. अब परीक्षाएं नजदीक है लेकिन बिना अध्यापकों के सीसीए भेजने वाला कोई नही है.
ऐसे में विश्वविद्यालय बिना सीसीए के विश्वविद्यालय एडमिट कार्ड जारी नही करेगा जिसमें छात्रों का भारी नुकसान है. उन्होंने कहा कि इस बारे में डीसी किन्नौर और महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को भी ज्ञापन दिया जा चुका है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी इस बात की शिकायत दर्ज की थी, लेकिन अबतक सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से रिकांगपिओ महाविद्यालय में अध्यापकों की समस्याओं पर कोई जवाब नही आया है
पवन कुमार ने कहा कि इसी को लेकर अब महाविद्यालय के छात्रों ने अनिश्चितकालीन तक भूख हड़ताल शुरू कर दी है. बता दें कि रिकांगपिओ महाविद्यालय में अध्यापकों की कमी के चलते पिछले कई दिनों से केंद्रीय छात्र संगठन ने प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू की है. फिलहाल, प्रदेश सरकार की तरफ से जवाब नही मिलने के कारण छात्रो में नाराजगी है.