शिमला: कैबिनेट मंत्री रामलाल मारकंडा (Ramlal Markanda on Aam aadmi party) ने आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा है कि दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी बाय डिफॉल्ट आई है. हिमाचल में इसका कोई असर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली की बात करें, तो मोहल्ला क्लीनिक का आम आदमी पार्टी ने खूब प्रचार-प्रसार किया. लेकिन वर्तमान समय में उनकी हालत बेहद दयनीय है. इसके अलावा मुफ्त बिजली पानी की बात भी आम आदमी पार्टी द्वारा की गई, लेकिन इसका लाभ केवल बेहद गरीब तबके तक ही सीमित रह गया है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में आम आदमी पार्टी का कोई प्रभाव नहीं होगा. केवल छुटपुट लोग ही अरविंद केजरीवाल की मंडी रैली में पहुंचेंगे. हिमाचल में आम आदमी पार्टी की बढ़ती सदस्यता पर बोलते हुए कैबिनेट मंत्री रामलाल मारकंडा ने कहा कि हिमाचल एक पहाड़ी प्रदेश है और यहां स्वाभिमानी लोग रहते हैं. अन्य राज्यों की तुलना में हिमाचल में गरीबी इतनी अधिक नहीं है. लोग अपने खेतों में कमा कर खाते हैं. इसलिए आम आदमी पार्टी का एजेंडा यहां काम नहीं आएगा.
उन्होंने कहा कि करीब 15 दिन हो गए पंजाब में सरकार बने हुए, लेकिन अभी भी कोई लोकप्रिय फैसला नहीं लिया गया है. यह पार्टी केवल घोषणाओं के दम पर ही आगे बढ़ती है. हिमाचल में अभी तक आम आदमी पार्टी को कोई आधार वाला नेता नहीं मिल पाया है, जिसके साथ जनता हो. केवल छुटपुट नेताओं के सहारे ही आम आदमी पार्टी (Aam aadmi party in Himachal Pradesh) इन चुनावों में उतर रही है.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी केवल प्रयास कर रही है कि किस तरह अधिक से अधिक लोग उनके संपर्क में आए. क्योंकि लोग यह जानते हैं कि भाजपा और कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टियां हैं. इसलिए लोग जानते हैं कि आम आदमी पार्टी में उनका भविष्य क्या होगा. इसी को देखते हुए आम आदमी पार्टी झूठा प्रचार कर रही है कि उनके संपर्क में कांग्रेस और भाजपा के लोग भी हैं. हिमाचल में पिछले 15 दिनों से ही आम आदमी पार्टी एक्टिव हुई है, लेकिन अभी तक कोई बड़ा नेता भाजपा या कांग्रेस का आम आदमी पार्टी में शामिल नहीं हुआ है.
अगर उनके संपर्क में कोई नेता होता तो जरूर अब तक आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुका होता. वहीं, मंडी रैली पर रामलाल मारकंडा ने कहा कि मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है. इसलिए आम आदमी पार्टी वहां पर रैली (Aam aadmi party rally in mandi) कर रही है, लेकिन उनका यह प्रयास असफल लग रहा है. वह प्रदेश भर से चार-पांच सौ लोगों से अधिक भीड़ एकत्र नहीं कर पाएंगे. ऐसे में आम आदमी पार्टी का यह प्रयास और असफल लग रहा है.
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