ठियोग: ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने सिविल अस्पताल ठियोग से तीन डॉक्टरों के (Transfer of doctors in Theog) तबादले किए जाने पर रोष जाहिर किया है. उनका कहना है कि सरकार डॉक्टरों के नेशनलाइजेशन स्कीम के तहत बदल रही है और इसे सही ठहरा रही है, लेकिन इसका सीधा असर अस्पताल और लोगों के स्वास्थ्य पर (Rakesh Singha on transfer of doctors) पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि अस्पताल में पहले ही डॉक्टरों के पद कम हैं और बाकी डॉक्टरों को बदलना लोगों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा सरकार ने समय रहते डॉक्टरों के तबादले के आदेश को (Shortage of doctors in Theog Hospital) नहीं बदला, तो एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा. जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में सभी दलों के लोगों को शामिल किया जाएगा और इसमें कोई राजनीतिक एजेंडा शामिल नहीं होगा.
विधायक राकेश सिंघा ने कहा (Rakesh Singha MLA theog) कि जिला शिमला के तहत ठियोग उपमंडल ही एक ऐसा स्थान है, जहां जिला का एक बड़ा अस्पताल बन सकता है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि शिमला का IGMC और रिपन अस्पताल प्रदेश के बड़े अस्पताल हैं. जबकि ठियोग में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने 2016 में ठियोग अस्पताल को 150 बेड वाला बनाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक यहां पर कोई भी सेवाएं शुरू नहीं की गई हैं. उन्होंने कहा कि ठियोग अस्पताल में (Theog civil Hospital) डॉक्टरों की कमी से मजबूर होकर लोगों को शिमला जाना पड़ता है, जिससे लोगों पर आर्थिक बोझ भी पड़ता है.
उन्होंने कहा कि ठियोग में 3 सालों से मेडिसिन और ऑर्थो का डॉक्टर नहीं है. जिससे लोगों का गुस्सा सरकार के खिलाफ लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य (Rakesh Singha on CM Jairam) मंत्री से अपील की है कि इस फैसले को तुरंत बदला जाए नहीं, तो 5 जनवरी को एक बड़ा जन आंदोलन होगा, जिसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी.
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