शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी में मंगलवार को दोपहर के बाद हुई बारिश से आपातकाल विभाग और माइनर ओटी में पानी भर गया. यहां पर सीधे तौर पर अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था भी दिखाई दी. आपातकाल विभाग और माइनर ओटी में पानी भरने से उपचाराधीन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. आपातकालीन वार्ड में भरे पानी को निकालने (Rainwater filled in IGMC emergency department) के लिए बाद में पानी की निकासी के लिए लगाए गए सिस्टम को खोला गया इसके बाद ही वहां पर मरीजों का इलाज संभव हो सका.
शहर में पिछले 2-3 महीने से बारिश नहीं हुई थी इसलिए अस्पताल की सभी की नालियां और छतें पूरी तरफ से ब्लॉक हो गई थी. इस कारण पानी की निकासी सही से न होने के कारण अंदर पानी घुस गया. आपातकालीन वार्ड में 50 से ज्यादा मरीजों का उपचार चल रहा था. इसी तरह से माइनर ओटी में भी ओटी चल रही थी. इसी बीच अचानक से पानी भरने पर अफरातफरी मच गई.
लगभग दो घंटे तक अस्पताल में ऐसी ही स्थिति बनी रही. मरीज इलाज के (Rainwater filled in IGMC emergency department) लिए इंतजार करते रहे. वहीं, सूचना मिलते ही सफाई कर्मी पानी हटाने आये लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण उन्हें भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. यह पहला मौका नहीं है जब अस्पताल में पानी भर गया हो, बरसात के मौसम में ऐसा पहले भी हो चुका है. लेकिन अस्पताल प्रशासन की लचर व्यवस्था मरीजों पर भारी पड़ रही है. बरसात अभी शुरू नहीं हुई है लेकिन भारी बारिश ने 1 घण्टे में ही आईजीएमसी प्रशासन की पोल खोल दी.
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