कुल्लू: जिला कुल्लू में बनाला से रामशिला तक फोरलेन निर्माण कार्य (four lane construction in himachal) में जुटी निजी कंपनी के द्वारा स्थाई श्रमिकों के तबादले को लेकर मजदूरों ने अपना विरोध प्रदर्शन (protest in kullu) करना शुरू कर दिया है. भवन एवं सड़क निर्माण यूनियन जो सीटू से संबंधित हैं, उन्होंने कंपनी प्रबंधन से मांग रखी है कि श्रमिकों के तबादले जल्द से जल्द रद्द किए जाएं. अगर कंपनी प्रबंधन ने मजदूरों के तबादले रद्द नहीं किए, तो फोरलेन का कार्य रोक दिया जाएगा और सभी मजदूर हड़ताल पर चले जाएंगे.
यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण का कहना है कि श्रमिकों को औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एफ एक्ट के तहत नाम दिया जाए. जब कंपनी में श्रमिकों की नियुक्ति की गई, उसमें किसी को भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया था और ना ही नियमित कर्मचारी वाली कोई सुविधा कंपनी के द्वारा दी गई थी. श्रमिकों को कोई न्यूनतम वेतन भी नहीं दिया गया और अब कंपनी प्रबंधन द्वारा श्रमिकों का तबादला बाहरी राज्यों (transfer of workers in kullu) में किया जा रहा है. ताकि श्रमिकों को लाभ देने से कंपनी बच जाए.
प्रवीण का कहना है कि यह निर्णय मजदूरों के हकों के खिलाफ है. कंपनी प्रबंधन से मांग की जाती है कि श्रमिकों की वरिष्ठता सूची बनाई जाए और उसके आधार पर उन्हें सभी छंटनी लाभ भी दिया जाए. अगर प्रबंधन वर्ग इस मांग को नहीं मानता है तो मजबूरन में यूनियन को हड़ताल पर जाना पड़ेगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन की होगी.
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