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Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव आज, हिमाचल विधानसभा में होगा मतदान - एनडीए की राष्ट्रपति की पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू

देश के अगले राष्ट्रपति के लिए आज चुनाव (Presidential election 2022) है. चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. हालांकि मौजूदा स्थिति में एनडीए की राष्ट्रपति की पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA candidate Draupadi Murmu) की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है. हालांकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा भी जीत के लिए अपना पूरा दमखम लगाते दिखाई दे रहे हैं. हिमाचल में भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस पार्टी बेहद सतर्कता अपना रही है.

Voting for Presidential election
राष्ट्रपति चुनाव 2022
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Published : Jul 18, 2022, 5:00 AM IST

Updated : Jul 18, 2022, 9:10 AM IST

शिमला: अगले राष्ट्रपति के लिए आज चुनाव है. 19 जुलाई को सभी राज्यों से मतपत्र राज्यसभा में जमा कराए जाएंगे. वोटों की मतगणना 21 जुलाई को होगी. दरअसल राष्ट्रपति चुनाव सत्ताधारी दल के लिए प्रतिष्ठा का मामला माना जाता है. चुनाव के लिए मतदान (Presidential Election 2022) करते समय वोट खराब न हो इसके लिए हिमाचल में भाजपा और कांग्रेस बेहद सतर्कता अपना रही है. मतदान हिमाचल विधानसभा में होगा. इस दौरान सभी विधायकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, मतदान के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न न हो इसको लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. आइए जानते हैं, आखिर हिमाचल में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर किस तरह किस तरह का आकलन लगाया जा रहा है.

निर्वाचन आयोग की टीम ने विधानसभा सचिवालय परिसर स्थित कंट्रोल रुम व स्ट्रॉन्ग रूम खोल दिया है. दस बजे से मतदान शुरू होगा. शाम में मतपेटियां सीलबंद करके दिल्ली संसद भवन के लिए भेजी जाएंगी. इससे पहले रविवार को विधानसभा में वोटिंग की रिहर्सल की गई. रिहर्सल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी शामिल हुए. सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार और कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों ने भी रिहर्सल प्रक्रिया में भाग लिया. भाजपा के अनिल शर्मा और निर्दलीय होशियार सिंह विदेश में होने की वजह से रिहर्सल में शामिल नहीं हो सके. कांग्रेस विधायकों ने भी रिहर्सल में भाग नहीं लिया. वोटिंग की रिहर्सल के दौरान विधायक के लिए भी गुलाबी मतपत्र रखा गया था, जबकि सांसद के लिए मतदान करने के लिए हरा मतपत्र मतपत्र पर निशान लगाने के लिए बैंगनी रंग की स्याही वाला पेन इस्तेमाल होगा.

हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू है 51 अंक: हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू 51 अंक है. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के विधायकों का वोट वैल्यू 64 अंक है. हिमाचल में भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. यहां पर 68 विधायक, लोकसभा के 4 सांसद और राज्यसभा के तीन सांसद हैं. हालांकि मौजूदा स्थिति में एनडीए की राष्ट्रपति की पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA candidate Draupadi Murmu) की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.

हिमाचल प्रदेश में भाजपा के 45 विधायक: दो निर्दलीय विधायकों सहित इस वक्त भाजपा के यहां पर 45 विधायक हैं और तीन लोकसभा सदस्य भी भाजपा के हैं. कांग्रेस के पास 22 विधायक हैं. एक निर्दलीय विधायक हैं. लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के वोट वैल्यू के अंक (Vote Value of Lok Sabha and Rajya Sabha MP) अलग से होंगे. हालांकि, भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का रुख स्पष्ट नहीं है. अनिल शर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कुछ भी तय नहीं है. उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा की जनता जो आदेश करेगी वही निर्णय लिया जाएगा.

सबसे कम और सबसे ज्यादा वोट वैल्यू: राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम वोट वैल्यू सिक्किम के विधायक (Vote Value of MLA in Presidential Election) की है. उनके वोट की वैल्यू महज 7 अंक है. उत्तर प्रदेश के विधायकों की सबसे अधिक वोट वैल्यू है. यूपी के एक विधायक की वोट वैल्यू सबसे अधिक 208 अंक है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 अंक है. सांसदों और विधायकों के मिले मतों की वैल्यू निकालकर ही प्रत्याशी विजयी घोषित किया जाता है.

यह है वोट वैल्यू निकालने का फॉर्मूला: विधायकों की वोट वैल्यू निकालने का एक फॉर्मूला तय है. राज्य के विधायकों की संख्या को 1000 से गुणा कर उस राज्य की जनसंख्या से डिवाइड कर वोट वैल्यू निकाली जाती है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 आंकी गई है. राष्ट्रपति चुनाव में वोट करने वालों को कैंडिडेट के नाम के आगे अपनी वरीयता देनी पड़ती है. जिस कैंडिडेट को सबसे अधिक नंबर-1 की वरीयता मिलती है. वह ही जीत का हकदार होता है.

शिमला: अगले राष्ट्रपति के लिए आज चुनाव है. 19 जुलाई को सभी राज्यों से मतपत्र राज्यसभा में जमा कराए जाएंगे. वोटों की मतगणना 21 जुलाई को होगी. दरअसल राष्ट्रपति चुनाव सत्ताधारी दल के लिए प्रतिष्ठा का मामला माना जाता है. चुनाव के लिए मतदान (Presidential Election 2022) करते समय वोट खराब न हो इसके लिए हिमाचल में भाजपा और कांग्रेस बेहद सतर्कता अपना रही है. मतदान हिमाचल विधानसभा में होगा. इस दौरान सभी विधायकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं, मतदान के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न न हो इसको लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. आइए जानते हैं, आखिर हिमाचल में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर किस तरह किस तरह का आकलन लगाया जा रहा है.

निर्वाचन आयोग की टीम ने विधानसभा सचिवालय परिसर स्थित कंट्रोल रुम व स्ट्रॉन्ग रूम खोल दिया है. दस बजे से मतदान शुरू होगा. शाम में मतपेटियां सीलबंद करके दिल्ली संसद भवन के लिए भेजी जाएंगी. इससे पहले रविवार को विधानसभा में वोटिंग की रिहर्सल की गई. रिहर्सल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी शामिल हुए. सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार और कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों ने भी रिहर्सल प्रक्रिया में भाग लिया. भाजपा के अनिल शर्मा और निर्दलीय होशियार सिंह विदेश में होने की वजह से रिहर्सल में शामिल नहीं हो सके. कांग्रेस विधायकों ने भी रिहर्सल में भाग नहीं लिया. वोटिंग की रिहर्सल के दौरान विधायक के लिए भी गुलाबी मतपत्र रखा गया था, जबकि सांसद के लिए मतदान करने के लिए हरा मतपत्र मतपत्र पर निशान लगाने के लिए बैंगनी रंग की स्याही वाला पेन इस्तेमाल होगा.

हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू है 51 अंक: हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू 51 अंक है. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के विधायकों का वोट वैल्यू 64 अंक है. हिमाचल में भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. यहां पर 68 विधायक, लोकसभा के 4 सांसद और राज्यसभा के तीन सांसद हैं. हालांकि मौजूदा स्थिति में एनडीए की राष्ट्रपति की पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA candidate Draupadi Murmu) की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.

हिमाचल प्रदेश में भाजपा के 45 विधायक: दो निर्दलीय विधायकों सहित इस वक्त भाजपा के यहां पर 45 विधायक हैं और तीन लोकसभा सदस्य भी भाजपा के हैं. कांग्रेस के पास 22 विधायक हैं. एक निर्दलीय विधायक हैं. लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के वोट वैल्यू के अंक (Vote Value of Lok Sabha and Rajya Sabha MP) अलग से होंगे. हालांकि, भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का रुख स्पष्ट नहीं है. अनिल शर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कुछ भी तय नहीं है. उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा की जनता जो आदेश करेगी वही निर्णय लिया जाएगा.

सबसे कम और सबसे ज्यादा वोट वैल्यू: राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम वोट वैल्यू सिक्किम के विधायक (Vote Value of MLA in Presidential Election) की है. उनके वोट की वैल्यू महज 7 अंक है. उत्तर प्रदेश के विधायकों की सबसे अधिक वोट वैल्यू है. यूपी के एक विधायक की वोट वैल्यू सबसे अधिक 208 अंक है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 अंक है. सांसदों और विधायकों के मिले मतों की वैल्यू निकालकर ही प्रत्याशी विजयी घोषित किया जाता है.

यह है वोट वैल्यू निकालने का फॉर्मूला: विधायकों की वोट वैल्यू निकालने का एक फॉर्मूला तय है. राज्य के विधायकों की संख्या को 1000 से गुणा कर उस राज्य की जनसंख्या से डिवाइड कर वोट वैल्यू निकाली जाती है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 आंकी गई है. राष्ट्रपति चुनाव में वोट करने वालों को कैंडिडेट के नाम के आगे अपनी वरीयता देनी पड़ती है. जिस कैंडिडेट को सबसे अधिक नंबर-1 की वरीयता मिलती है. वह ही जीत का हकदार होता है.

Last Updated : Jul 18, 2022, 9:10 AM IST
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