शिमला: शिमला जिले में ग्राम पंचायत के तहत होने वाले विकास कार्यों को लेकर पंचायत प्रधान रोजाना मुखर हो रहे हैं. दो दिन पहले जिला की बागी पंचायत के प्रधान ने प्रशासन पर अनदेखी का (Pradhan of Neri Panchayat Shimla) आरोप लगाया था. वहीं, अब राजधानी के साथ सटी ग्राम पंचायत नेरी की प्रधान मंजूषा नरवाल ने भी प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है.
शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान पंचायत प्रधान ने पंचायत सचिव पर ही विकास कार्यों में अनदेखी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गांव के विकास के लिए (Pradhan of Neri Panchayat accues administration) जो भी योजनाएं बनाई जाती हैं, वह फाइलों में ही दफन हो जाती हैं. जिससे पंचायत का विकास नहीं हो पाया है.
उन्होंने कहा कि हाल ही में सोलर लाइट लगाने को (solar light scheme himachal) लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन विभाग की ओर से पत्र का जबाब देने के बाद भी पंचायत सचिव पत्र को दबा रही है. जिससे साफ पता चलता है कि पंचायत सचिव सरकारी कामों और पंचायत के विकासकार्यों में रोड़ा बन रही हैं. उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में डीसी शिमला से भी उन्होंने शिकायत की है, लेकिन वहां से भी कोई उपयुक्त जबाब अभी तक उन्हे नहीं मिल है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा पंचायत में ग्राम सभा की बैठकें करने के लिए कम्युनिटी हॉल भी पूर्व नेरी पंचायत में बना है, लेकिन नवगठित पंचायत सांगटी सनहोग के बनने (Panchayat Sangti Sunhog of shimla) से अब दूसरी पंचायत की ग्राम सभा उसी कम्युनिटी हाल में होती है. जिससे कई बार एक ही साथ बैठकें होने से दिक्कतें पैदा हो जाती हैं.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने डीसी को (Panchayati raj department Himachal Pradesh) अवगत करवाया था, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है. पंचायत प्रधान ने सभी विभागों से सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि यदि पंचायत सचिव लगातार पंचायत के विकास कार्यों में बाधा पहुंचाते रहे, तो सचिव का तबादला किया जाए. ताकि पंचायत का विकास हो सके.
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