ETV Bharat / city

कहीं से सेल्फ गोल तो नहीं: जिस गुड़िया केस को सुलझाने में सीबीआई को छूटे पसीने, प्रतिभा सिंह ने उसे बताया छोटा मामला - cm jairam reaction on Pratibha Singh controversial statement

हिमाचल के गुड़िया दुष्कर्म और हत्या मामले को कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने छोटी सी वारदात (Pratibha Singh controversial statement) करार दिया है. प्रतिभा सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हिमाचल कांग्रेस की मुखिया प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) का एक बयान पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है.

politics start over Pratibha Singh controversial statement
गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले को प्रतिभा सिंह ने बताया छोटा.
author img

By

Published : Jun 29, 2022, 6:34 PM IST

शिमला: चुनावी साल में राजनेता बड़ा संभल कर बोलते हैं, लेकिन हिमाचल कांग्रेस की मुखिया प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) का एक बयान पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है. प्रतिभा सिंह ने लाहौल दौरे में बयान देते हुए गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले को छोटा मामला (Pratibha Singh statement on Kotkhai Gudiya case) बताया था. उसके बाद से ही गुड़िया दुष्कर्म व मर्डर केस फिर से सुर्खियों में आ गया है. भाजपा प्रतिभा सिंह के इस बयान को लेकर हमलावर हो गई है.

वहीं, कांग्रेस के नेता प्रतिभा सिंह के बयान को डिफेंड करने में लगे हैं. पांच साल पहले जुलाई महीने में ही ये जघन्य अपराध हुआ था. अब चुनाव के समय में प्रतिभा सिंह ने जाने-अनजाने गुड़िया मामले को छोटा मामला बता कर पार्टी को असहज कर दिया है. हैरानी की बात है कि जिस केस को सुलझाने में सीबीआई को पसीने छूट गए, जिस केस में सीबीआई निदेशक तक को हाईकोर्ट ने तलब कर लिया था, उसी केस को प्रतिभा सिंह छोटा मामला बता रही हैं. यही नहीं, एक तरह से वीरभद्र सिंह सरकार की विदाई में भी गुड़िया मामले से उपजा आक्रोश ही मुख्य कारण माना गया था, अब ऐसा प्रतीत होता है कि उसी केस को छोटा बताने से चुनावी साल में कांग्रेस सेल्फ गोल कर रही है.

2017 में दुष्कर्म की बाद हुई थी गुड़िया की हत्या: प्रतिभा सिंह का यह बयान हिमाचल के सबसे दर्दनाक और जघन्य अपराध को लेकर आया है. जिला शिमला के कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को दसवीं कक्षा की छात्रा की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी. सीबीआई को इस केस को सुलझाने में पसीने छूट गए थे. जिस जघन्य अपराध ने समूचे हिमाचल को आंदोलित कर दिया और आम जनता सड़कों पर उतर आई, उसे ही छोटा मामला बताकर प्रतिभा सिंह ने राजनीतिक रूप से अपरिपक्वता दिखाई है. ये कोई पहला अवसर नहीं है कि प्रतिभा सिंह ने ऐसा बयान दिया हो.

प्रतिभा सिंह के करगिल युद्ध पर दिए गए बयान पर भी हुआ था विवाद: इससे पहले भी प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय उपचुनाव के समय कहा था कि करगिल युद्ध कोई बड़ा युद्ध नहीं था. करगिल वार छोटी-मोटी वार थी. उस दौरान प्रतिभा सिंह व कांग्रेस ने येन-केन-प्रकारेण इस मसले पर फेस सेविंग की थी. लेकिन गुड़िया हत्याकांड को लेकर कांग्रेस पार्टी असहज दिख रही है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह के इस बयान पर लीपापोती करते हुए उल्टा सवाल कर रहे हैं कि भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में डेढ़ हजार रेप हुए हैं, ऐसे में भाजपा के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

उन्होंने कहा कि गुड़िया मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Himachal Chief Minister Virbhadra Singh) ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि प्रतिभा सिंह इस बयान पर माफी क्यों मांगे? वे एक महिला हैं और उन्हीं के पति तथा तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने गुड़िया केस में सीबीआई जांच करवाई थी, जिससे कांग्रेस सरकार की गंभीरता व संवेदनशीलता का पता चलता है.

CM जयराम ने प्रतिभा सिंह के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण: वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिभा सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने भी प्रतिभा सिंह द्वारा दिए गए बयान को संवेदनहीन (cm jairam reaction on Pratibha Singh controversial statement) बताया है. भाजपा महिला मोर्चा ने तो इस बयान को लेकर तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी है. महिला मोर्चा ने प्रतिभा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है. जुब्बल-कोटखाई से विधानसभा उपचुनाव लड़ चुकी भाजपा नेत्री नीलम सरैक ने कहा कि गुड़िया मामले को छोटा बताने वाला प्रतिभा सिंह का बयान निंदनीय है.

प्रतिभा सिंह के इस बयान से इतर देखें तो उन्हें संगठन की गतिविधियों और सार्वजनिक राजनीतिक मंचों पर बोलने का खास अनुभव नहीं है. संगठन में इससे पहले उन्होंने कोई पदभार नहीं संभाला है. ये सही है कि वे कई मौकों पर वीरभद्र सिंह के साथ दौरे पर रही हैं, लेकिन संगठन की गतिविधियों में वे कभी सक्रिय नहीं रही. अब एकदम से उन्हें प्रदेश कांग्रेस के मुखिया का पदभार संभालना पड़ा है.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ: ये सही है कि वे निरंतर दौरे कर रही हैं और जनता के साथ संवाद भी स्थापित कर रही हैं, लेकिन ऐन मौके पर क्या बयान देना है, ऐसी राजनीतिक चतुराई हासिल करने में उन्हें समय लगेगा. वरिष्ठ मीडिया कर्मी और कांग्रेस की गतिविधियों को दशकों तक कवर करने वाले उदय पठानिया का कहना है कि प्रतिभा सिंह के बयान कई बार परिपक्व नहीं होते हैं. कारण ये है कि उन्होंने इससे पहले संगठन में काम नहीं किया है. बेशक वे पूर्व में भी मंडी से सांसद रही हैं, लेकिन संगठन में काम करने का उनके पास अनुभव नहीं है. ऐसे बयान कई बार सेल्फ गोल में भी तब्दील हो जाते हैं. देखना है कि चुनावी साल में प्रतिभा सिंह का ये बयान कांग्रेस के लिए कितना नुकसानदायक साबित होगा.

ये भी पढ़ें: Pratibha Singh controversial statement: कोटखाई के बहुचर्चित गुड़िया कांड को हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बताया छोटी सी वारदात

ये भी पढ़ें: गुड़िया दुष्कर्म व हत्याकांड पर प्रतिभा सिंह का बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण: सीएम जयराम

शिमला: चुनावी साल में राजनेता बड़ा संभल कर बोलते हैं, लेकिन हिमाचल कांग्रेस की मुखिया प्रतिभा सिंह (Himachal Congress President Pratibha Singh) का एक बयान पार्टी के लिए सेल्फ गोल साबित हो सकता है. प्रतिभा सिंह ने लाहौल दौरे में बयान देते हुए गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले को छोटा मामला (Pratibha Singh statement on Kotkhai Gudiya case) बताया था. उसके बाद से ही गुड़िया दुष्कर्म व मर्डर केस फिर से सुर्खियों में आ गया है. भाजपा प्रतिभा सिंह के इस बयान को लेकर हमलावर हो गई है.

वहीं, कांग्रेस के नेता प्रतिभा सिंह के बयान को डिफेंड करने में लगे हैं. पांच साल पहले जुलाई महीने में ही ये जघन्य अपराध हुआ था. अब चुनाव के समय में प्रतिभा सिंह ने जाने-अनजाने गुड़िया मामले को छोटा मामला बता कर पार्टी को असहज कर दिया है. हैरानी की बात है कि जिस केस को सुलझाने में सीबीआई को पसीने छूट गए, जिस केस में सीबीआई निदेशक तक को हाईकोर्ट ने तलब कर लिया था, उसी केस को प्रतिभा सिंह छोटा मामला बता रही हैं. यही नहीं, एक तरह से वीरभद्र सिंह सरकार की विदाई में भी गुड़िया मामले से उपजा आक्रोश ही मुख्य कारण माना गया था, अब ऐसा प्रतीत होता है कि उसी केस को छोटा बताने से चुनावी साल में कांग्रेस सेल्फ गोल कर रही है.

2017 में दुष्कर्म की बाद हुई थी गुड़िया की हत्या: प्रतिभा सिंह का यह बयान हिमाचल के सबसे दर्दनाक और जघन्य अपराध को लेकर आया है. जिला शिमला के कोटखाई में 4 जुलाई 2017 को दसवीं कक्षा की छात्रा की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी. सीबीआई को इस केस को सुलझाने में पसीने छूट गए थे. जिस जघन्य अपराध ने समूचे हिमाचल को आंदोलित कर दिया और आम जनता सड़कों पर उतर आई, उसे ही छोटा मामला बताकर प्रतिभा सिंह ने राजनीतिक रूप से अपरिपक्वता दिखाई है. ये कोई पहला अवसर नहीं है कि प्रतिभा सिंह ने ऐसा बयान दिया हो.

प्रतिभा सिंह के करगिल युद्ध पर दिए गए बयान पर भी हुआ था विवाद: इससे पहले भी प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय उपचुनाव के समय कहा था कि करगिल युद्ध कोई बड़ा युद्ध नहीं था. करगिल वार छोटी-मोटी वार थी. उस दौरान प्रतिभा सिंह व कांग्रेस ने येन-केन-प्रकारेण इस मसले पर फेस सेविंग की थी. लेकिन गुड़िया हत्याकांड को लेकर कांग्रेस पार्टी असहज दिख रही है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह के इस बयान पर लीपापोती करते हुए उल्टा सवाल कर रहे हैं कि भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में डेढ़ हजार रेप हुए हैं, ऐसे में भाजपा के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

उन्होंने कहा कि गुड़िया मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Himachal Chief Minister Virbhadra Singh) ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि प्रतिभा सिंह इस बयान पर माफी क्यों मांगे? वे एक महिला हैं और उन्हीं के पति तथा तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने गुड़िया केस में सीबीआई जांच करवाई थी, जिससे कांग्रेस सरकार की गंभीरता व संवेदनशीलता का पता चलता है.

CM जयराम ने प्रतिभा सिंह के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण: वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिभा सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने भी प्रतिभा सिंह द्वारा दिए गए बयान को संवेदनहीन (cm jairam reaction on Pratibha Singh controversial statement) बताया है. भाजपा महिला मोर्चा ने तो इस बयान को लेकर तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी है. महिला मोर्चा ने प्रतिभा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया है. जुब्बल-कोटखाई से विधानसभा उपचुनाव लड़ चुकी भाजपा नेत्री नीलम सरैक ने कहा कि गुड़िया मामले को छोटा बताने वाला प्रतिभा सिंह का बयान निंदनीय है.

प्रतिभा सिंह के इस बयान से इतर देखें तो उन्हें संगठन की गतिविधियों और सार्वजनिक राजनीतिक मंचों पर बोलने का खास अनुभव नहीं है. संगठन में इससे पहले उन्होंने कोई पदभार नहीं संभाला है. ये सही है कि वे कई मौकों पर वीरभद्र सिंह के साथ दौरे पर रही हैं, लेकिन संगठन की गतिविधियों में वे कभी सक्रिय नहीं रही. अब एकदम से उन्हें प्रदेश कांग्रेस के मुखिया का पदभार संभालना पड़ा है.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ: ये सही है कि वे निरंतर दौरे कर रही हैं और जनता के साथ संवाद भी स्थापित कर रही हैं, लेकिन ऐन मौके पर क्या बयान देना है, ऐसी राजनीतिक चतुराई हासिल करने में उन्हें समय लगेगा. वरिष्ठ मीडिया कर्मी और कांग्रेस की गतिविधियों को दशकों तक कवर करने वाले उदय पठानिया का कहना है कि प्रतिभा सिंह के बयान कई बार परिपक्व नहीं होते हैं. कारण ये है कि उन्होंने इससे पहले संगठन में काम नहीं किया है. बेशक वे पूर्व में भी मंडी से सांसद रही हैं, लेकिन संगठन में काम करने का उनके पास अनुभव नहीं है. ऐसे बयान कई बार सेल्फ गोल में भी तब्दील हो जाते हैं. देखना है कि चुनावी साल में प्रतिभा सिंह का ये बयान कांग्रेस के लिए कितना नुकसानदायक साबित होगा.

ये भी पढ़ें: Pratibha Singh controversial statement: कोटखाई के बहुचर्चित गुड़िया कांड को हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बताया छोटी सी वारदात

ये भी पढ़ें: गुड़िया दुष्कर्म व हत्याकांड पर प्रतिभा सिंह का बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण: सीएम जयराम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.