दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर जश्न मनाया. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. बीजेपी मुख्यालय पर हुए इस कार्यक्रम में बीजेपी के कई आला नेता मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने की नड्डा की तारीफ
बिहार में एनडीए की जीत के बाद बीजेपी मुख्यालय पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान जेपी नड्डा की जमकर तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के चुनावी नतीजे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की कुशलता और प्रभावी रणनीति का प्रमाण है. इसके बाद पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत मंच पर बैठे सभी नेताओं ने खड़े होकर ताली बजाई और जेपी नड्डा का अभिवादन किया. कार्यक्रम में पहुंचे तमाम पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सम्मान में तालियां बजाई.
जेपी नड्डा ने भी हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन स्वीकर किया. पीएम मोदी कुछ देर तक जेपी नड्डा के सम्मान में ताली बजाते रहे. इसके बाद पीएम मोदी ने वहां मौजूद सभी नेताओं को कार्यकर्ताओं से नारा लगवाया- 'नड्डा जी आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं'. अब सियासी गलियारों में पीएम मोदी के इन नारों की चर्चा है. हर कोई इसके अलग-अलग मायने निकाल रहा है.
बीजेपी के नए 'चाणक्य'
गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बीजेपी का चाणक्य कहा जाता है. साल 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अमित शाह को गृह मंत्री बने तो पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की खोज होने लगी जो जेपी नड्डा पर आकर खत्म हुई. इस साल की शुरुआत में 20 जनवरी को जेपी नड्डा को पार्टी की कमान सौंपी गई. बिहार चुनाव के नतीजों के बाद जेपी नड्डा ने अपनी नेतृत्व और रणनीतिक क्षमता दिखाई है. जिसके मुरीद खुद पीएम मोदी भी हो गए हैं.
नड्डा लाए बिहार में बीजेपी के लिए बहार
मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना हुई. बिहार चुनाव के नतीजों में बीजेपी 74 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जबकि 243 में से 125 सीटें जीतकर एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा हासिल किया. इस जीत में जेपी नड्डा की अहम भूमिका रही है. चुनावी रणनीति बनाने से लेकर टिकट वितरण और कार्यकर्ताओं में जोश भरने से लेकर चुनाव प्रचार तक में जेपी नड्डा ने खूब पसीना बहाया. जिसका नतीजा जीत के रूप में सबके सामने है.
नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे लेकिन इस बार बिहार के मुखिया की कुर्सी उन्हें बीजेपी की बदौलत नसीब हो रही है क्योंकि उनकी पार्टी जेडीयू का प्रदर्शन पिछले साल के मुकाबले खराब रहा है. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में 71 सीटें जीतने वाली जदयू इस बार सिर्फ 43 सीटें ही जीत पाई.
बिहार में नंबर 2 की पार्टी बनी बीजेपी
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में 53 सीटें जीतकर सीट जीतने के मामले तीसरे नंबर पर रहने वाली बीजेपी इस बार 74 सीटें जीतकर बिहार में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई. जबकि पिछले चुनाव में 71 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रहने वाली नीतीश कुमार की जदयू इस बार 43 सीटें जीतकर तीसरे नंबर पर पहुंच गई है.
बिहार में पिछली बार की तरह इस चुनाव में भी लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. हालांकि राजद को पिछली बार के मुकाबले 5 सीटों का नुकसान हुआ है. राजद को पिछली बार 80 सीटें मिली थी जबकि इस बार 75 सीटें मिली है.
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