शिमला: गुरुवार को दिल्ली में आयोजित होने वाली बोर्ड की बैठक में विश्व धरोहर कालका-शिमला ट्रैक को ब्रॉडगेज करने का फैसला लिया जा सकता है. ये जानकारी बुधवार को निरीक्षण के लिए शिमला पहुंची यात्री सुविधा समिति के सदस्यों ने दी.
बता दें कि यात्री सुविधा समिति के सदस्यों ने हिमाचल के अलग-अलग स्टेशन का निरीक्षण किया. इसी बीच समिति के सदस्यों ने आश्वासन दिया कि वो कालका-शिमला ट्रैक को ब्रॉडगेज करने की बात रेलवे बोर्ड की बैठक में रखेंगे.
सुविधा समिति के सदस्यों ने रेलवे स्टेशन के शौचालय, कैंटीन और वेटिंग रूम्स का भी निरीक्षण किया और स्टेशन में यात्रियों को किस तरह की सुविधाएं दी जा रही है इसको लेकर यात्रियों से बातचीत भी की. हालांकि टीम स्टेशन की सफाई व्यवस्था को लेकर संतुष्ट नजर आई और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश जारी किए.
निरीक्षण के लिए आए समिति के सदस्यों ने कहा कि कालका-शिमला ट्रैक पर यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं देने के लिए ट्रैक पर चलने वाली गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाएगी. साथ ही यात्रियों से भी इस बाबत सुझाव लिए जाएंगे की अन्य किस तरह की सुविधाएं उन्हें रेलवे स्टेशन पर चाहिए.
क्या है ब्रॉडगेज
मानक गेज या 1,435 मि.मी. से चौड़े किसी भी गेज को ब्रॉड गेज कहा जाता है. रशियन, भारतीय, आयरिश व आइबेरियन गेज सभी ब्रॉड गेज होते हैं. यात्री सुविधा समिति सदस्य प्रेमा नंदा ने कहा कि देशभर के रेलवे स्टेशन में यात्रियों को किस तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं. इसका निरीक्षण समिति के सदस्यों की ओर से किया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को हिमाचल के शिमला रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया गया है. उन्होंने बताया कि कालका-शिमला रेल लाइन को ब्रॉडगेज से जोड़ने और ट्रेनों की संख्या बढ़ाने को लेकर भी 28 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में सुझाव दिया जाएगा.