शिमलाः हिमाचल बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर सदन में लाया और नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस के विधायकों का निलंबन वापस लेने की मांग की.
इस पर सदन में पक्ष विपक्ष में जम कर बहसबाजी शुरू हो गई और जैसे ही डिप्टी स्पीकर हंसराज ने सदन में बोलना शुरू किया तो विपक्ष के विधायक उनके सामने आकर नारेबाजी करने लगे. इस पर सदन का माहौल गरमा गया और विक्रमादित्य व डिप्टी स्पीकर हंसराज के बीच तीखी बहसबाजी भी हुई. करीब 15 मिनट तक सदन में नारेबाजी होती रही और विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर आकर सदन के बाहर नारेबाजी की.
कांग्रेस का आरोप डिप्टी स्पीकर ने किया दुर्व्यवहार
कांग्रेस विधायक आशा कुमारी का आरोप है कि कांग्रेस के विधायकों के खिलाफ कार्रवाई एक तरफा है. कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल का रास्ता रोका और ना ही उनके साथ कोई बदतमीजी की. जबकि मंत्री सुरेश भारद्वाज और डिप्टी स्पीकर ने कांग्रेस के विधायकों के साथ दुर्व्यवहार किया गया, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
सरकार अपनी कमी छुपाने विपक्ष के खिलाफ कर रही कार्रवाई
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी कमी छुपाने के लिए विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, जो कि किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि हंसराज ने आज सदन में अपशब्द प्रयोग किए गए हैं. उस पर कोई कार्रवाई नही की जा रही है. आशा कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम यदि ये चाह रहे है कि उनकी गलतियों की माफी राज्यपाल से मांगे तो वो बता दे.
गैर संसदीय भाषा प्रयोग
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सदन में आज जब प्रदर्शन कर रहे थे तो डिप्टी स्पीकर ने गैर संसदीय भाषा प्रयोग किया गया. वह आश्चर्यजनक है, जिस पर उन्हें कहा भी गया, लेकिन वे अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे जिस पर उन्हें कहा गया कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह की भाषा का प्रयोग करते है. उसी तरह का व्यवहार वे यहां कर रहे है. जिसे किसी भी सूरत में बर्दशत नहीं किया जाएगा.
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