शिमला: हिमाचल में ओल्ड पेंशन की बहाली की मांग (OPS demand in Himachal) को लेकर एमपीएस कर्मचारी काफी समय से आंदोलनरत हैं. प्रदेश सरकार जहां केंद्र सरकार से पेंशन बहाल करने की बात कह रही है तो वहीं, कर्मचारी ने वोट के माध्यम से चोट की बात स्पष्ट कर दी है. प्रदेश के अंदर एमपीएस कर्मचारी संघ द्वारा वोट फॉर ओपीएस अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, गांधी जयंती के अवसर पर एनपीएस संघ ने प्रदेश से एनपीएस हिमाचल छोड़ो अभियान की शुरुआत भी की है.
वहीं, राजधानी शिमला के सीटीओ पर 13 अगस्त से एमपीएस कर्मचारी क्रमिक अनशन पर बैठे (NPS employees Protest in Shimla) हैं. गांधी जयंती के अवसर पर कर्मचारियों ने महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और चरखा कात कर पेंशन बहाली की मुहिम को आजादी के आंदोलन से जोड़ कर प्रदर्शित कर अपना रोष जताया. एनपीएस संघ शिमला के अध्यक्ष कुशाल ठाकुर ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (NPS employees Start NPS Himachal Quit Campaign) है. जिस तरह से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया था उसी तरह आज एनपीएस हिमाचल छोड़ो अभियान शुरू किया गया है.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में 2015 में आज के ही दिन न्यू पेंशन स्कीम के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ था (NPS employees in Himachal) और जिस तरफ से शांतिपूर्ण तरीके से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया था उसी तर्ज पर न्यू पेंशन स्कीम को हिमाचल से बाहर करेंगे. उन्होंने कहा कि कर्मचारी सरकार से भीख नहीं बल्कि अपना हक मांग रहे हैं और प्रदेश का कर्मी अपना हक ले कर रहेगे. इसके लिए संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक ओल्ड पेंशन बहाल नहीं की जाती.
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